वायनाड। केरल के वायनाड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले किसानों पर हमले किये गये. यह भट्टा पारसौल से शुरू हुआ. यहां किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया गया. मैंने यह पाया कि यह बड़ी समस्या है. मैंने इस संबंध में कांग्रेस के अंदर चर्चा की जिसका परिणाम यह हुआ कि नया भूमि अधिग्रहण बिल लाया गया.
आपको बता दें कि सात मई 2011 को भट्टा-पारसौल गांव में जमीन अधिग्रहण के विरोध में पुलिस और किसानों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था जिसमें दो किसान और दो पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी. यदि आपको याद हो तो उस वक्त केंद्र में यूपीए की सरकार थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे.
मोदी सरकार पर हमला : केरल के वायनाड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कृषि कानून को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि ज़्यादातर किसान बिल की डिटेल को नहीं समझते हैं, अगर वो इसे समझेंगे तो पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाएंगे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, ये चुनाव विचारधारा के हैं. ये यूडीएफ, एलडीएफ और आरएसएस की विचारधारा के चुनाव हैं.
राहुल ने फिर की कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को केंद्र सरकार से फिर आग्रह किया कि तीनों ‘कृषि विरोधी कानूनों’ को वापस लिया जाए. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक कथन का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि विनम्र तरीक़े से आप दुनिया हिला सकते हैं-महात्मा गांधी…एक बार फिर मोदी सरकार से अपील है कि तुरंत कृषि-विरोधी क़ानून वापस लिए जाएं… कांग्रेस नेता ने मंगलवार को हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में महात्मा गांधी के कथन का उल्लेख किया.
दिल्ली में हिंसा : गौरतलब है कि किसान समूहों की ट्रैक्टर परेड के दौरान कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प हुई. इसके बाद पुलिस ने किसान समूहों पर आंसू गैस के गोले छोड़े तथा लाठीचार्ज किया. दिल्ली की सीमा पर कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक तोड़ दिए. ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह मंगलवार को लालकिले में घुस गया और राष्ट्रीय राजधानी स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के कुछ गुंबदों पर अपने झंडे लगा दिए थे.
