भोपाल । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार शाम 7.30 बजे गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी भेजी। इसमें उन्होंने बेंगलुरु में बंधक बनाए गए विधायकों को छुड़ाने की मांग की है। साथ ही बताया है कि किस तरह चुनी हुई कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है। भास्कर ने मुख्यमंत्री के पत्र भेजने की खबर साढ़े चार घंटे पहले पाठकों को दे दी थी।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री आवास पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और महाधिवक्ता शशांक शेखर के साथ बैठक कर सभी कानूनी पहलुओं पर विचार किया। कमलनाथ शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने राज्यपाल को सौंपे पत्र में कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह से कहें कि बेंगलुरु में बंधक विधायकों को छुड़ाएं। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन 22 विधायकों को बंधक बनाकर यह संभव नहीं है।
सीआरपीएफ की सुरक्षा को लेकर डीजीपी राज्यपाल से मिले
इधर, विधायकों के केंद्रीय सुरक्षा मांगने के मामले में डीजीपी विवेक जौहरी सुबह राज्यपाल से मिले। इसमें उन्होंने विधायकों द्वारा मांगी गई सुरक्षा के संबंध में चर्चा की। दरअसल, शुक्रवार को सिंधिया गुट के विधायकों ने स्पीकर को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने आग्रह किया था कि भोपाल आने पर उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई जाए। स्पीकर ने पत्र डीजीपी को भेजा था, लेकिन शुक्रवार को इस पर फैसला नहीं हो पाया और बाद में बेंगलुरु से आ रहे विधायकों का भोपाल आना रद्द हो गया।




