भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश सभी राज्यों से भिन्न है। ये प्राकृतिक और लॉजिस्टिक रूप से उद्योगों के लिए काफी अनुकूल है। गत दिनों इंदौर में विभिन्न राज्यों से आए निवेशक मध्यप्रदेश की विशेषताओं और उद्योगों के अनुकूल नीतियों को जानकर काफी आशान्वित हुए हैं। मेरा विश्वास है कि अब मध्यप्रदेश का निवेश – इतिहास बदल जाएगा। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने मैग्नीफिसेंट एमपी के समापन पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के पश्चात संबोधित कर रहे थे।
मैग्नीफिसेंट एमपी, इन्वेस्टर्स समिट 2019 में फीडिंग इंडिया-अपार्च्युनिटीज इन फूड प्रोसेसिंग सत्र में इन्वेस्टर्स को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण उद्योग के लिये व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। यहाँ सस्ती जमीन, बिजली तथा पानी सहित अन्य आधारभूत सुविधाएँ हैं।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि दो जिलों होशंगाबाद के बाबई तथा छिंदवाड़ा में हार्टीकल्चर हब में निवेश के अवसर हैं। यहाँ ग्रीन हाउस, कोल्ड स्टोरेज आदि के लिये पाँच लाख रूपये प्रति एकड़ के नॉमिनल रेट पर जमीन दी जा रही है। शासन द्वारा खाद्य प्र-संस्करण उद्योग के लिये 25 प्रतिशत अनुदान अधिकतम 2.5 करोड़ रूपये और कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिये 50 प्रतिशत अनुदान अधिकतम 10 करोड़ रूपये तक दिया जा रहा है। प्रदेश संतरा, टमाटर, लहसुन, तिलहन और दलहन के उत्पादन में देश में अग्रणी स्थान रखता है।
श्री बैंस ने कहा कि प्रदेश में प्र-संस्करित खाद्य पदार्थों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये औद्योगिक माँग के अनुरूप गुणवत्तायुक्त उत्पादन के लिये कृषकों को प्रोत्साहित किया जायेगा। प्रदेश में सुगंधित एवं औषधीय पौधों की खेती 300 एकड़ भूमि पर की जा रही है। अगले वर्ष 2000 एकड़ में इनके उत्पादन का लक्ष्य है।
