वाटर कूलर व समर्सिबल पंप मामले की जांच पूरी

By | September 15, 2022

 

ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर नगर/कानपुर देहात

*डीपीआरओ ने दोषियों पर कार्यवाही की संस्तुति कर जांच आख्या कर डीएम को भेजी रिपोर्ट*

कानपुर देहात, रसूलाबाद विकासखंड क्षेत्र के ताजपुर तरसौली गांव से गायब हुए वाटर कूलर के मामले की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। जल्दी वाटर कूलर चोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। वाटर कूलर जांच के मामले में ग्राम पंचायत सचिव उल्टे सीधे बयान देकर स्वयं बुरी तरह फस चुके हैं इससे ब्लाक कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है कुछ सचिव अपने को कार्यवाही से बचाने के लिए राजनैतिक आकाओं की शरण में भी जाने लगे है। लेकिन जांच अधिकारी डीपीआरओ का कहना है की जांच लगभग पूरी हो चुकी है जांच रिपोर्ट बनाकर कार्यवाही की संस्तुति कर जिलाधिकारी को भेजी गई है। अनुमोदन मिलने के बाद ग्राम प्रधान समेत वाटर कूलर लगने से अब तक के कार्यकाल में शामिल है समस्त सचिवों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
रसूलाबाद विकासखंड में पंचायत नियमों को दरकिनार करते हुए शुद्ध पेयजल योजना के तहत लाखों रुपए से वाटर कूलर व समर्सिबल पंप की स्थापना कराई गई थी। जिनके बिना खराबी के ही सर्विस के नाम पर 2 मई को ग्राम प्रधान के पुत्र के साथ वाटर कूलर कंपनी के सेल्समैन ने वाटर कूलर खोल लिए थे। करीब 2 माह तक वाटर कूलर वापस न आने पर गांव के ही एक युवक ने डीएम से वाटर कूलर ग्राम प्रधान पति व पुत्र के द्वारा विक्रय किए जाने की शपथ पत्र के माध्यम से शिकायत की थी। मामले की अधिकारियों ने जांच कराई तो वर्तमान सचिव महेश कुमार ने वाटर कूलर चोरी किये जाने की संस्तुति करते हुए रसूलाबाद थाने में ग्राम प्रधान द्वारा शिकायत किए जाने की जांच आख्या रिपोर्ट भी दी थी। लेकिन लगातार खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों ने खबर को बिंदुवार संज्ञान लिया और मामले की जांच की पिछले दिनों डीपीआरओ अभिलाष बाबू द्वारा गांव पहुंचकर की गई जांच के दौरान मामला सब खुलकर सामने आ गया चोरी किये जाने की रिपोर्ट देने वाले ग्राम सचिव ने ही ग्राम पंचायत का चार्ज न मिलने की जानकारी दी। जिसके बाद डीपीआरओ ने तत्कालीन सचिव को नोटिस जारी कर अभिलेख व स्पष्टीकरण तलब किया। तो मामला सारा खुलकर सामने आ गया पूरे मामले में ग्राम पंचायत में तैनात सभी सचिव अपने को पाक साफ बताते रहे लेकिन वाटर कूलर चोरी के मामले में किसी ने एक्शन नहीं लिया। जिससे लाखों रुपए का वाटर कूलर व समर्सिबल पंप चोरी होने की पुष्टि हुई ख़बर छपने के बाद तीन वाटर कूलर वापस आ गए जबकि एक वाटर कूलर व चार समर्सिबल पंप अभी तक गायब है। डीपीआरओ अभिलाष बाबू ने बताया कि जांच में सचिवों के द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही प्रतीत हो रही है निश्चित तौर से मामला संज्ञान में था लेकिन किसी ने भी दायित्वों का पालन नहीं किया जिसकी जांच रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेजी गई है। तथा कार्रवाई हेतु संस्तुति पत्र भी भेजा गया है डीएम का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद सचिव समेत ग्राम प्रधान पर कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने एवं ग्राम समाज की संपत्ति के चोरी में संलिप्त होने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी। वहीं पंचायत सचिवों ने मामले में अपने कर्तव्यों को पूरा न कर पाने में लापरवाह सचिव अब अपने को बचाने के लिए राजनीतिक लोगों की शरण में दस्तक दे रहे हैं और शोर सिफारिश कराने की जुगत भिड़ा रहे हैं। हालाकि डीपीआरओ के मुताबिक जांच लगभग पूरी हो चुकी है कार्रवाई की संस्तुति करते हुए डीएम को अनुमोदन भेजा गया है अनुमोदन मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।