
ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर नगर/कानपुर देहात
*मामले की जांच करेंगें डीपीआरओ हो सकती है बड़ी कार्यवाही*
*बिना खराबी के मरम्मत के नाम पर खोले गए थे वाटर कूलर व समर्सिबल*
*चार माह बाद एक दुकान पर मरम्मत के लिए भेजे गए थे वाटर कूलर*
कानपुर देहात, रसूलाबाद क्षेत्र के ताजपुर तरसौली गांव से गायब वाटर कूलर के मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी से लेकर जिम्मेदार कार्यवाही करने के बजाए ठंडे बस्ते में डाल रहे है। इससे बिना ग्राम पंचायत के प्रस्ताव बिना डिमांड लेटर और बिना खराबी के वाटर कूलर खुलकर 3 माह तक गायब रखने वाले और खबर छपने के बाद एजेंसी में मरम्मत के लिए डालने के बाद वाटर कूलर बरामद होने पर भी जिम्मेदार लोग दोषियों पर कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं। इससे पंचायतों में तैनात जिम्मेदार लोग अपने पदेन दायित्वों का पालन करने में लापरवाही अपनाएं हैं। जिससे कर्मचारियों की सत्यनिष्ठा संदिग्ध नजर आ रही है।
रसूलाबाद विकासखंड क्षेत्र के ताजपुर तरसौली गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ग्राम पंचायत निधि से 4 वाटर कूलर एवं समर्सिबल पंप की स्थापना कराई गई थी। लेकिन वाटर कूलर व समर्सिबल में बिना किसी खराबी के ही बीती 2 मई को एक युवक ने गांव में पहुंचकर ग्राम प्रधान से संपर्क स्थापित करने के बाद सर्विस के नाम पर खोल कर ले गया था। लेकिन कई दिनों तक वाटर कूलर वापस ना आने पर ग्राम प्रधान ने 13 मई को पुलिस को वाटर कूलर चोरी होने की तहरीर दी थी। लेकिन 3 माह तक वाटर कूलर वापस नहीं आने पर इसे प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। खबर छपने के बाद वाटर कूलर चोरी करने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया था ।आनन-फानन में बिधूना के आदर्श कुमार ने 3 वाटर कूलर कानपुर की एक हाईटेक इंजीनियर एजेंसी में पहुंचाकर कोटेशन बिल भी बनवा लिए थे। इससे चोरी गए चार वाटर कूलर में 3 वाटर कूलर बरामद हो गए और एक वाटर कूलर सहित चार समर्सिबल पंप अभी तक गायब है। लेकिन पंचायत के जिम्मेदार लोग चोरी के लाखों के सामान की रिपोर्ट तक दर्ज करवाने में लापरवाही अपनाएं है। इससे लोगों को शुद्ध पेयजल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वही ग्राम पंचायत की संपत्ति को सुरक्षित रखने और विकास कार्यों को गति देने के नाम पर प्रतिमाह पगार लेने वाले कर्मचारियों की सत्य निष्ठा भी उजागर हो रही है। वही 28 जुलाई को जब खबर के प्रकाशन से वाटर कूलर चोरी जाने और उसमें प्रधान तथा सचिव की संलिप्तता होने की खबर प्रकाशित की। तो 29 जुलाई को उनके मरम्मत का कोटेशन लिया गया और उसी दिन मरम्मत हो गई और बिना अमाउंट का चालान बिल भी जारी कर दिया गया। इससे चोरी की घटना को दबाने के लिए किए गए प्रयास का खुलासा हो रहा है। बिधूना के आदर्श कुमार के नाम जारी बिल व कोटेशन में डिलीवरी ताजपुर तरसौली में करने की प्रविष्टि अंकित की गई है। इससे घटना में संलिप्त आदर्श कुमार का नाम खुलकर सामने आ गया है। इसके बावजूद पंचायत के जिम्मेदार लोग बिना कार्य योजना के ग्राम पंचायत की संपत्ति को खोल कर ले जाने के बाबत कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं।
*ग्राम प्रधान पति के पास कैसे पहुंचे आदर्श के बिल*
ताजपुर तहसील के ग्राम प्रधान पति एवं आदर्श कुमार के बीच मोहित नाम के एक युवक से सीधे संबंध है लोगों में चर्चा है कि आदर्श कुमार बिधूना के जनप्रतिनिधि का नजदीकी व्यक्ति है और वह वाटर कूलर सप्लाई का काम करता है। मरम्मत के नाम पर खोल कर ले जाने के बाद ग्राम प्रधान से सांठगांठ कर बिक्री भी कर लेता है। इसी के तहत गांव के चालू वाटर कूलर को भी खोला गया था। गांव के धर्मवीर आदि ने बताया कि वाटर कूलरो में कोई खराबी ही नही थी सभी चालू हालत में थे फिर भी सर्विस के नाम पर उन्हें खोलकर उन्हे गायब कर दिया गया। इससे वाटर कूलर चोरी करने की नियत साफ स्पष्ट हो रही है।
*ग्राम पंचायत के वाटर कूलर और आदर्श के नाम बिल,यह भी रहस्य*
रसूलाबाद के ताजपुर तरसौली ग्राम पंचायत में लगे वाटर कूलर मरम्मत के लिए जिस हाईटेक एजेंसी में भेजे गए वह बिल व कोटेशन आदर्श कुमार के नाम से जारी किए गए। जबकि संपत्ति ग्राम पंचायत की थी तो बिल भी ग्राम पंचायत के नाम जारी होना चाहिए लेकिन आदर्श कुमार के नाम जारी करें डिलीवरी ताजपुर के नाम से की गई। इससे मामले में बड़ा गोलमाल दिखाई दे रहा है। लेकिन विभागीय अधिकारी अपने सचिव व प्रधान को बचाने में लगे हैं जिससे घटना का सही खुलासा नहीं हो पा रहा है।
*बिना प्रस्ताव कैसे खुल गए वाटर कूलर*
ग्राम पंचायत के सदस्यों का कहना है कि किसी भी ग्राम पंचायत की बैठक में वाटर कूलर मरम्मत अथवा सर्विस का कोई भी प्रस्ताव पास नहीं है और इस संदर्भ में सेवा प्रदाता कंपनी से कोई भी पत्राचार नही किया गया है। इसके बावजूद ग्राम प्रधान ने अपनी मनमानी के चलते वाटर कूलर खुलवा दिए और एक तहरीर देकर शांत बैठ गए लेकिन जब मामले की शिकायत की गई और समाचार भारती न्यूज़ एजेंसी द्वारा मामले को उजागर किया गया तो बिल भी प्रधान के पास पहुंच गए इससे प्रधान व वाटर कूलर खोलने वाले लोगों के बीच पहले से संबंध होने की आशंका प्रबल हो गई। इससे यह स्पष्ट हो गया कि दोनों के बीच कुछ रहस्य जरूर है।
डीपीआरओ अभिलाष बाबू ने बताया कि गायब वाटर कूलर के मामले में हर बिंदु पर जांच की जाएगी। घटना में जो भी संलिप्त पाया जाएगा उसके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी किसी भी दशा में ऐसी घटना को कारित करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।साथ ही यह भी कहा है कि बहुत जल्द ही इसका स्थलीय निरीक्षण भी करूँगा।