ब्यूरो रिपोर्ट,
नेटवर्किंग कंपनी AMWAY का किला ढहने लगा है, 24 साल बाद ईडी को होश आया कि डायरेक्ट सेलिंग नेटवर्किंग की आड़ में एमवे एक बड़े पिरामिड फ्रॉड को अंजाम दे रही है. देर से ही सही ईडी ने 758 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर एमवे के लूट कारोबार पर बुलडोजर चला दिया है. ऐमवे ने 20 साल से ना सिर्फ आम भारतीयों की गाढ़ी कमाई को लूटकर अपनी तिजोरी भरी, बल्कि 7588 करोड़ रुपए का कमीशन भारत और अमेरिका में अपने सदस्यों तक पहुंचाया.
एमवे पहली ऐसी कंपनी बनी जिसने सपनों का कारोबार किया. जिनके पास करने को कुछ नहीं था, उनके लिए एमवे के पास बेहतरीन प्लान था. अमीरी वाले इस प्लान में जो भी फंसा, उन्होंने एमवे के महंगे प्रोडक्ट को खरीदकर खुद को अमीरों की श्रेणी में रखा. इस तरह एमवे का चेन गांव-गांव तक पहुंचा. उस वक्त जिनकी औकात चवन्नी भर की नहीं थी, उन्होंने अपने बाल 250 रुपए वाले शैंपू से खुद भी धोए और अपने सगे संबंधियों से भी धुलवाए.
वैसे AMWAY का पूरा नाम अमेरिकन वे है. शुरुआत अमेरिका से, फिर 10 देशों से गुजरती हुई 90 के दशक के आखिर में भारत में भी दाखिल हुई. तब भारत में बाजार विकसित होने लगा था, मध्यम वर्गीय परिवारों में विकसित हो रही अमीरी की खुमारी को एमवे ने अच्छी तरह पहचाना था. हैरानी होती है कि आज भी एमवे का कारोबार अच्छा खासा चल रहा है और आज भी भोले-भाले लोग इस ठग कंपनी के जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई को लूटा रहे हैं
