अमेठी। (समाचार भारती के लिए अमेठी से राम मिश्रा की रिपोर्ट)। कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉक डाउन है,लॉक डाउन होने से लोग अपने घर में कैद हो गए है.वही सरकार और प्रशासन लोगों को खाने पीने और जरुरी चीजों के साथ कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क, सैनेटाइजर्स और ग्लोब्स भी मुहैया करवा रहा है.लेकिन अमेठी में कुछ घुमंतू परिवारों का कहना है कि उनके पास हाथ घुलने का साबुन तक नहीं है और उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए अभी तक कुछ भी नही दिया गया है.
बता दे कि इस घुमंतू परिवार में करीब 10 सदस्य है जो कूड़ा कचरा इकठ्टा करने के लिए मुसाफिरखाना कस्बे में लगभग 2 महीने पहले आये थे घुमंतू परिवार की सदस्य रेशमा का कहना है कि उनके कोरोना वायरस की सुरक्षा को लेकर कुछ नहीं दिया गया है सिर्फ एक महीने के लिए खाना फ्री किया गया है और अभी तक कोई नेता या प्रशासन ने हमारी सुध नही ली है हम चाहते है कि नेता हमारी सुनवाई करे ।
इस घुमंतु परिवार के कई बच्चे भी बिना सुरक्षा कस्बे में रह रहे है और इस परिवार की एक बच्ची गीता ने बताया कि उसके पापा नही है और वह स्कूल पढ़ने जाती है वह पेट की खातिर कूड़ा उठाने को मजबूर है.
वही जब इस पुरे मामले को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश कुमार अग्रहरि से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कस्बे में लगभग 2000 माक्स व 200 सैनेटीज़र्स बाट चुके है आप द्वारा सूचना मिली है और अब तत्काल वहां पहुचकर उनको मास्क और सैनेटीज़र्स उपलब्ध करवा दिया जाएगा ।
