इंदौर/ झाबुआ। झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में सोमवार को लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान किया। हालांकि यह आंकड़ा नवंबर 2018 में विधानसभा चुनाव में पड़े 64.55% वोट के मुकाबले लगभगढाई फीसदी कम रहा। इस बार 62.01% मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने बूथ तक पहुंचे। इसके पहले 2013 में 56.70% वोटिंग हुई थी। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया और भाजपा के भानू भूरिया के बीच है। 24 अक्टूबर को आने वाले परिणाम दोनों ही दलाें के लिए काफी अहम हैं।
विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार सुबह 7 बजे से 5 बजे तक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उपचुनाव होने के बाद भी मतदाताओं में जमकर उत्साह देखा गया। सुबह धीमी शुरुआत के बाद जैसे-जैसे दिन चढ़ा मत प्रतिशत में भी जोरदार इजाफा हुआ। सुबह 9 बजे तक 15 फीसदी मत पड़े जो 11 बजते-बजते करीब 25 फीसदी तक पहुंच गए। 1 बजे 46 फीसदी तक पहुंचा आंकड़ा 3 बजे 50 को पार करते हुए 56 फीसदी तक पहुंच गया। शाम सवा 6 बजे के करीब अंतिम आंकड़े आए, लेकिन उम्मीद के मुताबिक नहीं थे। ये पिछली वोटिंग 64.55% को पार करने से ढाई फीसदी पहले रुक गए।
2 लाख 77 हजार से ज्यादा वोटर
झाबुआ विधानसभा में 2 लाख 77 हजार से ज्यादा मतदाताओं के मताधिकार के लिए इस बार 356 बूथ बनाए गए थे। इनमें से 34 केंद्र आलीराजपुर जिले में थे। मतदान के लिए जहां दो हजार कर्मचारियों की ड्यूटी दी, वहीं सुरक्षा का जिम्मा 1500 सुरक्षाकर्मियों ने संभाला।
चुनाव के फैक्ट्स
- झाबुआ विधानसभा का यह 16वां चुनाव, पहली बार उपचुनाव हुए।
- पिछले 15 चुनाव में से यहां से कांग्रेस 10 बार जीती।
- छह बार कांग्रेस के बापूसिंह डामोर विधायक रहे।
- 69 साल के कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया पहली बार झाबुआ विधानसभा चुनाव मैदान में हैं।
- 40 साल के भानू भूरिया पहली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में।
- भानू भूरिया 2008 में निर्दलीय लड़ चुके हैं।
- भाजपा-कांग्रेस के अलावा तीन अन्य निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में।
- कांतिलाल भूरिया और पत्नी कल्पना भूरिया की अचल संपत्ति 7 करोड़ 51 लाख।
- भानू भूरिया और पत्नी निर्मला की संपत्ति 30 लाख।
- उपचुनाव की आचार संहिता 21 सितंबर को लगी थी।
- कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 3 सभाएं कीं।
- 12 से ज्यादा मंत्रियों को कांग्रेस से चुनाव प्रचार में उतारा।
- पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में 7 दिन प्रचार किया
पोलिंग के फैक्ट्स
- विधानसभा क्षेत्र में 356 बूथ बनाए गए
- विस में कुल 2 लाख 77 हजार 599 मतदाता
- 1 लाख 39 हजार 330 पुरुष मतदाता
- 1 लाख 38 हजार 266 महिला मतदाता
- सीआईएसएफ की 4 कंपनियां तैनात थीं
- 600 पुलिसकर्मी बाहर से बुलवाए थे
भाजपा सांसद डामोर के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
2018 में विधायक बने गुमानसिंह डामोर के इस्तीफे के बाद झाबुआ में पहली बार उपचुनाव हुए।इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में डामोर ने सांसद बनने के बाद विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था। विधानसभा चुनाव में डामोर ने कांतिलाल भूरिया के बेटे को पराजित किया था, जबकि लोकसभा चुनाव में खुद कांतिलाल भूरिया डामोर से बड़े अंतर से पराजित हो गए थे।
