भोपाल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रदेश प्रभारी अंकित डेढा ने जबलपुर के जिला महासचिव अंशुल सिंह के निष्कासन की कार्रवाई को अवैध करार दिया है। उन्होंने कहा है कि जिला अध्यक्ष विजय रजक को ऐसी कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है, अंशुल सिंह एनएसयूआई में अभी भी जिला महासचिव व पदाधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष द्वारा निष्कासन की कार्रवाई बचकानी है।
समाचार भारती संवाददाता से चर्चा में अंकित डेढा ने बताया कि आपसी मतभेद के चलते ऐसा हुआ है। जल्द ही जबलपुर जाकर दोनों पक्षों से चर्चा करके इस समस्या का निराकरण करेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह का मामला संगठन के लिए ठीक नही, हम यही चाहेंगे कि दोनों पक्ष आपसी मतभेद भूलकर संगठन हित में काम करें ।
