ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर देहात
*मौत के बाद परिजनों ने गांव में शव रखकर काटा हंगामा*
*मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने के साथ अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी तथा मुआवजे की मांग*
*आईजी, डीएम व एसपी पहुचीं मौके पर दुःखी परिवार को दी सांत्वना*
कानपुर देहात, ख़ाकी के थर्ड डिग्री प्रयोग किए जाने से युवक की मौत के बाद गांव में कोहराम मचा है वही देर रात पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। सुबह होते ही ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी, एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग के साथ गांव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने व ज्ञापित पत्र को लेकर आवाज बुलंद कर दी। जिसकी भनक जिला प्रशासन को लगी तो हड़कंप मच गया आनन-फानन में डीएम नेहा जैन, एसपी सुनीति सहित सांसद देवेंद्र सिंह भोले गांव पहुंचे। और घंटो परिजनों से मान मनौअल चलता रहा लेकिन परिजन अभियुक्तों की गिरफ्तारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग को लेकर हंगामा करते रहे। बवाल बढ़ता देख कानपुर देहात के सभी थानों का पुलिस बल समेत, कानपुर नगर औरैया के साथ महिला पुलिस एवं पीएसी को भी बुला लिया गया है।
इससे पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। दोपहर तक चली नोक झोंक नारेबाजी के बीच खींच तान चलती रही इसके बाद सांसद देवेंद्र सिंह भोले के समझाने के बाद परिजनो ने अपनी मुख्य पीड़ा के साथ अपनी मांगों को रखा इन मांगों को जिला प्रशासन से आपसी सहमति बनी और परिजनों से बातचीत कर मामले शांत कराया और मृतक की पत्नी को आर्थिक लाभ पहुंचाने के साथ सरकारी नौकरी का भरोसा देने तथा मारपीट में शामिल पुलिसकर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर मामला शांत कराया जिस पर दोपहर बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए बिठूर ले जाया गया।
शिवली कोतवाली क्षेत्र के लालपुर सरैया गांव निवासी चंद्रभान के साथ बीती 6 दिसंबर को लूट हुई थी लूट के मामले में एसओजी टीम व शिवली पुलिस ने चंद्रभान के ही पारिवारिक भतीजे बलवंत सिंह पुत्र मुन्ना सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की रनिया थाने में उसके साथ एसओजी टीम और पुलिस ने जमकर मारपीट की इससे उसकी मौत हो गई। मौत की खबर लगते ही ग्रामीण आक्रोशित हुए इधर बीती रात कानपुर नगर से पोस्टमार्टम कराने के बाद जब शव गांव पहुंचा। तो परिजनों एवं महिलाओं की चीख पुकार को देखकर एक बार फिर से ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया। ग्रामीणों ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी समेत मृतक की पत्नी शालिनी को सरकारी नौकरी देने वह माता-पिता को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। तथा मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। तत्काल घटनास्थल पर एसडीएम महेंद्र कुमार, डीएम नेहा जैन, एसपी सुनीति, आईजी कानपुर सहित सांसद देवेंद्र सिंह भोले गांव पहुचे। जिला प्रशासन के अधिकारी परिजनों को समझाते रहे लेकिन परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे मामले को बढ़ता देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया । पीएसी और क्यूआरटी भी मौके पर पहुंची। गांव को चारों तरफ से पुलिस ने घेराबंदी कर ली जिससे पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। इधर सांसद देवेंद्र सिंह भोले के साथ शिवली के चेयरमैन अवधेश शुक्ला अपने सहयोगियों के साथ दुःखी परिवार में असहनीय पीड़ा के मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाया और तत्काल सहायता के रूप में मृतक की पत्नी शालिनी के नाम 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिलाया। साथ ही सांसद ने घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के साथ मृतक की पत्नी को आंगनबाड़ी में नौकरी पर रखने तथा 3 बीघे जमीन का पट्टा करने विधवा पेंशन योजना का लाभ देने के साथ ही बच्चों को बाल सेवा योजना के तहत लाभ दिलाने की मांग की। जिस पर डीएम ने सभी मांगों को स्वीकार कर लिया और एसडीएम मैथा को मृतक की पत्नी एवं मां के नाम 3 बीघे जमीन का पट्टा करने के निर्देश दिए। वहीं एसपी सुनीति को अभियुक्तों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया। जिस पर एसपी ने 24 घंटे के अंदर सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजन शांत हुए और दोपहर 2:00 बजे के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए बिठूर के लिए रवाना हुए।
