न्यूयॉर्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में एक बार फिर से कश्मीर राग अलापते हुए परमाणु युद्ध की धमकी दी। उन्होंने कहा कि अगर दो पड़ोसी देशों के बीच परमाणु युद्ध छिड़ता है, तो इसका असर दुनियाभर में होगा। इमरान ने भाषण में कहा कि भारत ने पांच अगस्त को कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किया और 80 लाख लोगों पर हर तरह की पाबंदी लगा दी। अगर भारत और पाकिस्तान में जंग होगी तो एक छोटा देश होने के नाते पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार के इस्तेमाल के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं होगा। तकरीबन 50 मिनट के भाषण में इमरान ने ज्यादातर कश्मीर, इस्लामिक आतंक और दुनिया को जंग से डराने पर केंद्रित रखा।
भारत बड़ा बाजार इसलिए दुनिया खामोश
इमरान ने आरोप लगाया कि कश्मीर में हो रही कथित ज्यादतियों पर दुनिया इसलिए खामोश है क्योंकि भारत एक बड़ा बाजार है। इमरान ने कहा कि इस बात की बहुत आशंका है कि भारत में कश्मीरी युवक किसी हिंसा में शामिल हों और भारत इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराए।
इस्लामोफोबिया में बढ़ोत्तरी हुई
इससे पहले इमरान खान ने कहा कि आतंकवाद का किसी धर्म से कोई लेना देना नहीं है। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि 9/11 की घटना के बाद इस्लामोफोबिया में बढ़ोत्तरी हुई है और इसका खात्मा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिलाएं मुद्दा बन गई हैं। हिजाब को किसी तरह का हथियार समझा जाता है। यह कैसे हो रहा है, केवल इस्लामोफोबिया की वजह से हो रहा है।
