रायपुर। दुनिया के सबसे ऊंचे बन रहे रेलवे पुल के लिए छत्तीसगढ़ से भेजी जाने वाली निर्माण सामग्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि वर्तमान परिवेश में जहां लोग एक दूसरे को तोड़ने में लगे हुए हैं, वही छत्तीसगढ़ का भिलाई शहर एक-दूसरे को जोड़ने के काम में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा, यह हर्ष का विषय है कि जम्मू और कश्मीरराज्य के कटरा में चिनाब नदी (Chenab River) पर बनाए जा रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल निर्माण के लिए बनाये गये स्ट्रक्चर की पहली खेप आज छत्तीसगढ़ के भिलाई से रवाना की जा रही है। यह भिलाई सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।
मुख्यमंत्री आज दुर्ग जिले के धमधा विकासखण्ड के ग्राम बिरेभाठ में एटमास्को कंपनी परिसर में कोंकण रेलवे कार्पोरेशन द्वारा जम्मू कश्मीर (Jammu and Kasmir) के कटरा में निर्मित किये जा रहे ब्रिज नम्बर 43 के लिए निर्मित स्ट्रक्चर की पहली खेप को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भिलाई स्टील प्लांट पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की देन है। भिलाई इस्पात सयंत्र (Bhilai Steel Plant) स्थापित होने के बाद भिलाई ने हर क्षेत्र में प्रगति की और देश के निर्माण में अपना योगदान दिया। भिलाई में अनेक धर्म व जाति के लोग आपसी प्रेम और भाईचारा के साथ रहते है। भिलाई न केवल शिक्षा के क्षेत्र मे अग्रणी है बल्कि खेल के क्षेत्र मे भी अग्रणी है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधन व मानव संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। शासन द्वारा औद्यौगिक विकास में योगदान देने की इच्छा रखने वाले उद्यमियों और निवेशकों को सभी तरह का सहयोग दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिसर में पौधा भी रोपा। कार्यक्रम के दौरान विधायक देवेन्द्र यादव, कलेक्टर अंकित आनंद, पुलिस अधीक्षक प्रखर पाण्डे सहित अन्य गणमान्य अधिकारी मौजूद थे।
