लखनऊ। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर हुए नरसंहार में मृतकों के परिजनों को कांग्रेस की तरफ से आज आर्थिक मदद के चेक दिए गए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, ‘सोनभद्र में नरसंहार के बाद मेरी कोशिश थी कि वहां के लोगों की आवाज सुनी जाए। उन्हें एहसास हो कि वो अकेले नहीं हैं, लोग उनके साथ हैं।’
उन्होंने कहा, ‘ मैंने मिलकर उनका दुःख बांटने की कोशिश की और आर्थिक मदद की भी घोषणा की। आज कांग्रेस के नेताओं ने उभ्भा जाकर आर्थिक सहायता के चेक पीड़ितों को दिए।’
सोनभद्र में नरसंहार के बाद मेरी कोशिश थी कि वहाँ के लोगों की आवाज सुनी जाय। उन्हें एहसास हो कि वो अकेले नहीं हैं, लोग उनके साथ हैं।
मैंने मिलकर उनका दुःख बाँटने की कोशिश की और आर्थिक मदद की भी घोषणा की। आज कांग्रेस के नेताओं ने उभ्भा जाकर आर्थिक सहायता के चेक पीड़ितों को दिए। pic.twitter.com/ram7W6YSxF
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 27, 2019
गौरतलब है कि 17 जुलाई को सोनभद्र के उभ्भा गांव में 112 बीघा खेत के लिए दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत गई थी। इस हादसे में 25 लोग घायल हो गए थे।
मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंची थीं प्रियंका गांधी
इस नरसंहार के दूसरे दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी घायलों से मिलने के लिए वाराणसी पहुंचीं और वहां जाकर उनका हालचाल पता किया। इसके बाद मृतकों के परिवार वालों से मिलने के लिए प्रियंका सोनभद्र के लिए रवाना हुईं। लेकिन उनका काफिला जैसे ही आगे बढ़ा तो यूपी पुलिस द्वारा मिर्जापुर-वाराणसी सीमा के पास स्थित नारायणपुर गांव के पास उनके काफिले को रोक दिया गया। इससे नाराज प्रियंका गांधी अपने समर्थकों के साथ नारायणपुर में धरने पर बैठ गईं।
प्रशासन द्वारा रोके जाने पर धरने पर बैठी प्रियंका गांधी ने कहा था, ‘मुझे पीडि़तों से मिलने से रोका जा रहा है। योगी सरकार चाहे कुछ भी कर ले, हम नहीं झुकेंगे।’
19 जुलाई को प्रियंका गांधी ने सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिवारों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से 10-10 लाख के मुआवजे का ऐलान किया था। हालांकि प्रियंका गांधी खुद इन परिवारों को मुआवजे की धनराशि के चेक सौंपना चाहती थीं। लेकिन किसी कारण वश वे नहीं पहुंच सकीं और पार्टी के अन्य नेताओं ने पीड़ितों को मुआवजे के चेक सौंपे।
