ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती –
प्रतापगढ़- उत्तर प्रदेश के देवरिया ज़िले में महिला आश्रय गृह में हुई शर्मनाक घटना के बाद पूरे प्रदेश में योगी सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है, जिससे प्रशाशनिक अधिकारीयों में भी हड़कंप मचा हुआ है। इसी बीच खबर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले से आई जहाँ जिलाधिकारी शंभु कुमार ने दो आश्रयगृह का औचक निरीक्षण किया। डीएम के औचक निरीक्षण के बाद एक चौकाने वाली खबर सामने आई, निरीक्षण में पता चला की आश्रयगृह से 26 महिलाएं गायब थीं। जिलाधिकारी शंभु कुमार ने सख्ती से दोनों आश्रय गृह के संचालिका से जवाब मांगा तो संचालिका टाल मटोल करती नज़र आई।
मौके पर सिर्फ एक ही महिला मौजूद मिली, संचालिका रमा मिश्रा ने निजी कार्य हेतु बहार जाने की बात बताई, गौरतलब है की वहां के रजिस्टर में किसी महिला के आने जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं था, और न ही सीसीटीवी कैमरे लगे थे । बता दे यहां की संचालिका रमा मिश्रा भाजपा की महिला युवा मोर्चा की जिला अध्यक्ष व पार्षद भी रह चुकी हैं।
प्रतापगढ़ के अष्टभुजा नगर में चल रहे महिला आश्रय गृहों में सख्ती देख अचलपुर में मैक्सन संस्था के संचालित आश्रय गृह को संस्था संचालक इंद्रजीत सिंह ने बंद कर दिया। इसके साथ यहां के संचालक ने इस्तीफा भी दे दिया। इसके साथ ही रमा मिश्रा जो की अष्टभुजा नगर में आश्रय गृह की संचालक हैं उन्होंने गायब हुई 26 महिलाओं को प्रशासन सामने लाने का दवा किया ।
जिलाधिकारी शंभु कुमार ने कहा की, महिलाये गायब नहीं थी बल्कि गैरहाज़िर है। रात में महिला अधिकारियों की टीम औचक निरीक्षण करेगी और महिलाओं के गायब होने की सच्चाई को परखेगी और उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने ये भी कहा की जांच की जा रही है यदि कोई दोषी हुआ तो उसके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। जानकारी शासन को भेज दी गई है और अब इन पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

