
(मनीष गुप्ता, समाचार भारती, नोएडा)
राजनैतिक साजिशो से समाज सावधान रहे राघवेन्द्र सिह राजू,
कैडर वेस कार्यकर्ता हर जिले मे 100 तैयार करे सभी प्रदेश अध्यक्ष,
फोटो बैनर मंच माला सम्मान की गरिमा तब जब आपका परिचय न देना पडे,
सभी प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय पदाधिकारियों का रखे पूरा सम्मान,
संगठन का खुला निर्वाचन होगा निष्ठा से आपकी प्रतिष्ठा बढेगी,
नोएडा 21 जनवरी 2025
सफलतापूर्वक अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा बैठक कार्यक्रमो के बाद सैक्टर 35 ठाकुर एन पी सिह निवास से रवाना होने पर मीडिया से रुबरू वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राघवेन्द्र सिह राजू ने वेवाक कहा कि भारत सरकार उन अनुबंधों को सार्वजनिक करे जिसको लेकर 565 हमसे रियासतों को लिया अंखड भारत निर्माण के लिए केसरिया स्वाभिमान यात्रा सारे समाज को एकता की सूत्र मे बांधने सभी संगठनो मे सामूहिक एकता को बल देगी रोड मेप बन रहा राजनैतिक साजिशो से सावधान रहे क्योंकि
अब रोज नये-नये झूठ-मूठ का स्वांग रचने वाले उन ,बहरुपिए, व हिन्दुत्व
एवम् क्षत्रियत्व को कमजोर करने वाली की साजिशों काे भी पहिचाने क्षत्रियों
.हर तलवार पे राजपूतों की कहानी है
तभी तो ये दुनिया राजपूतों क्षत्रियों की दीवानी है,,,,,,,,,,,,,,,,
मिट गए राजपूतों को मिटाने वाले
क्यूंकि दहकती आग मैं तपती राजपूतों की जवानी है !!
चप्पा चप्पा गूजेंगा अब राजपूताना के जयकारों से,
गीदड़ फिर से सहमेंगे अब शेरो की दहाडो से,क्षत्रिय वक्त ने हमे आजमाया है, हर क्षत्रिय* देश के काम आया है, ,चली है,जब जब ,आंधी *अधर्म* की हमेशा
चट्टान बनकर *क्षत्रिय* ही टकराया है | जब जब पडे नापाक कदम हमारी *माँ* *भारती* पर, *क्षत्रिय* ने अपने *खून* *से* हर दाग मिटाया है,जब जब निकली *तलवार* बिजली सी मयान से, मॉ भवानी-कसम *काल* भी *क्षत्रियों* से घबराया है | इसलिए क्षत्रियों भाईयो
“बहिनो युवाओं “जिंदगी की परीक्षा में
कोई नम्बर नहीं मिलते हैं,
लोग आपको दिल से
याद करे तो समझ लेना
आप पास हो गये हैं…
काबू में रखें – प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,
काबू में रखें – खाना खाते समय पेट को,
काबू में रखें – किसी के घर जाएं तो आँखों को,
काबू में रखें – महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को,
काबू में रखें – पराया धन देखें तो लालच को,
भूल जाएं – अपनी नेकियों को,
भूल जाएं – दूसरों की गलतियों को,
भूल जाएं – अतीत के कड़वे संस्मरणों को,
छोड दें – दूसरों को नीचा दिखाना,
छोड दें – दूसरों की सफलता से जलना,
छोड दें – दूसरों के धन की चाह रखना,
छोड दें – दूसरों की चुगली करना,
छोड दें – दूसरों की सफलता पर दुखी होना, क्या चिन्तन की बात करूँ मैं जब चिन्तन का दौर नही !
पढ़ते है इतिहास मगर पर करता कोई गौर नही ! राघवेन्द्र सिह राजू क्षत्रिय महासभा
हर संघर्ष में आपका साथी ,