भाजपा की इज्जत हुई तार-तार l फर्रुखाबाद से जुड़े इस खुलासे के तार !

By | January 17, 2025

फर्रुखाबाद से योगेश गुप्ता की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की तैयारी जोरों पर है,तो वहीं संभावित जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर भाजपा ने बहुत ज्यादा पारदर्शिता अपनाई थी,लेकिन बीजेपी की इसी ट्रांसपेरेंसी पॉलिसी पर एक बार बदमा दाग फिर से लग गया l आखिर बीजेपी ने अपनी ट्रांसपेरेंसी को बरकरार क्यों नहीं रखा और क्यों कन्नौज और फर्रुखाबाद में संभावित जिला अध्यक्षों की सूची लीक हो गई ? बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा इस मामले में क्यों चुप है और क्यों योगी सरकार के मंत्री अपने जिलों की कमान संभाल पाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं ? यह कुछ ऐसे सवाल है,जिनका जवाब अपनी आज की रिपोर्ट में हम आपको दिखाएंगे भी और बताएंगे भी लेकिन पहले अपने टेलीविजन स्क्रीन पर चल रही इस सूची पर जरा गौर फरमाइएगा,सोचिएगा और फिर समझिएगा की चाल चरित्र की बात करने वाले बीजेपी का असली चरित्र क्या है ? दरअसल यह सूची है,फर्रुखाबाद में संभावित जिला अध्यक्षों के नाम की लेकिन यह सूची अब गुप्त नहीं रह गई l बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रस्तावित नाम की सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूपी की राजनीति गर्म हो गई है l
कन्नौज और फर्रुखाबाद में जिलाध्यक्ष पद के चुनाव बने मजाक बन गया है यही नहीं जनप्रतिनिधियों के आगे संगठन बौना साबित भी हो रहा है l भारतीय जनता पार्टी, जिसे सिद्धांतों की पार्टी कहा जाता है, इस बार अपनी कोर कमेटी के निर्णय लीक होने के कारण चर्चा में है l जिला अध्यक्ष पद के संभावित नाम को लेकर जो चर्चा सरेआम हो रही है, उसने पार्टी के अनुशासन और गोपनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां राजनीति में युवा शक्ति को आगे लाने की बात करते हैं, वहीं इस घटना ने भाजपा की नीति और कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया है l फर्रुखाबाद में भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए 42 आवेदनों की सूची पहले से तैयार थी l इसके बावजूद अंतिम क्षणों में दो नए आवेदन स्वीकार किए गए l इसके बाद, एक जनप्रतिनिधि के आवास पर हुई बैठक में संभावित नाम को लेकर चर्चा हुई और वहीं से यह जानकारी लीक हो गई l चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत कन्नौज और फर्रुखाबाद के 80 वर्षीय वरिष्ठ नेता विंध्यवासिनी कुमार तथा फर्रुखाबाद की जिला चुनाव अधिकारी श्रीमती सुमन चतुर्वेदी की मौजूदगी के बावजूद यह घटना हुई l इससे भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनमानस में असंतोष बढ़ गया है l भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस घटना को पार्टी की नीति और सिद्धांतों के खिलाफ बताया lआम जनता ने पार्टी के अनुशासन और गोपनीयता पर सवाल उठाए l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं को नेतृत्व में लाने की वकालत करते हैं, लेकिन यहां वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए निर्णय ने इस नीति को कमजोर किया है l इससे पार्टी के भीतर नेतृत्व और कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष और विभाजन की स्थिति पैदा हो गई है l कन्नौज और फर्रुखाबाद में जिला अध्यक्ष पद को लेकर हुई इस अप्रत्याशित घटना ने भाजपा के सिद्धांतों और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं l पार्टी को अपनी छवि सुधारने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है l फिलहाल यह पूरा मामला जहां एक तरफ विपक्ष को भाजपा पर तंज कसने का पूरा मौका दे दिया है,तो वहीं भाजपा में इतनी बड़ी चुक कहां से हुई ? इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिएअब योगी की टीम ढूंढने में लग गई है l