महाराष्ट्र को पीछे छोड़, बिजली आपूर्ति में उत्तर प्रदेश टॉप पर।

By | December 28, 2023

बिजली आपूर्ति में उत्तर प्रदेश ने टॉप किया है। 2023 में, उत्तर प्रदेश ने 24 घंटे अखंड बिजली आपूर्ति का लक्ष्य हासिल किया। यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।उत्तर प्रदेश ने 28 दिसंबर, 2023 को बिजली आपूर्ति का नया रिकॉर्ड बनाया है। इस दिन, राज्य की बिजली मांग 28704 मेगावाट थी, जिसकी आपूर्ति 28284 मेगावाट की गई। यह महाराष्ट्र के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने वाला है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं जिसमे नए बिजली संयंत्रों का निर्माण, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार, बिजली चोरी को रोकने के लिए कदम उठाना शामिल हैं।

इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश में बिजली की आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है। 2023 में, उत्तर प्रदेश में औसत बिजली आपूर्ति 22 घंटे प्रति दिन थी। यह 2022 की तुलना में 2 घंटे अधिक है।

उत्तर प्रदेश सरकार की बिजली आपूर्ति में सुधार की पहलों से राज्य के लोगों को काफी लाभ हुआ है। बिजली की अखंड आपूर्ति से लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। इससे उद्योगों और व्यवसायों को भी लाभ हुआ है।पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल ने बताया की पीक सीजन के लिए 30000 मेगावाट से अधिक की मांग होने की उम्मीद को देखते हुए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है उत्पादन बढ़ाने के साथ ही बैंकिंग से भी इंतजाम किया जाएगा ताकि उपभोक्ताओं को समस्या ना हो।

वहीँ उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित ओबरा परियोजना की एक नई इकाई से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। यह इकाई 2023-24 के बजट में घोषित 1200 मेगावाट की अतिरिक्त बिजली उत्पादन क्षमता का हिस्सा है। ओबरा परियोजना में 660-660 मेगावाट की दो नई इकाइयों का निर्माण चल रहा था, जिसमें से पहली इकाई को उत्पादन से जोड़ दिया गया है। दूसरी इकाई को अगले वर्ष के मध्य तक चालू करने का लक्ष्य है।ओबरा परियोजना से उत्पादित बिजली उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ को भी भेजी जाएगी। इस परियोजना के शुरू होने से इन राज्यों में बिजली की आपूर्ति में सुधार होगा।

ओबरा परियोजना के अलावा, उत्तर प्रदेश में जवाहरपुर परियोजना में भी 660-660 मेगावाट क्षमता की दो इकाइयों का निर्माण चल रहा है। इन इकाइयों से भी अगले माह से उत्पादन शुरू होने की संभावना है। इन इकाइयों से उत्पादित बिजली भी उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों को भेजी जाएगी। इन नई इकाइयों के शुरू होने से उत्तर प्रदेश में बिजली उत्पादन क्षमता में 1200 मेगावाट की वृद्धि होगी। इससे प्रदेश में बिजली की आपूर्ति में सुधार होगा और प्रदेश की बिजली की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।

28 दिसंबर, 2023 को उत्तर प्रदेश में बिजली आपूर्ति का रिकॉर्ड बनाने के लिए मुख्य रूप से निम्नलिखित कारकों ने योगदान दिया:

  • राज्य में कोयले की उपलब्धता में वृद्धि
  • नए बिजली संयंत्रों का निर्माण
  • ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार

उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य 24 घंटे अखंड बिजली आपूर्ति प्रदान करना है। सरकार का मानना है कि बिजली की अखंड आपूर्ति से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।