(मनीष गुप्ता editor-in-chief समाचार भारती)
परिवार द्वारा तिरस्कृत अथवा अन्य बुरी स्थिति की वजह से कई बुजुर्गों को अपने परिवार को त्याग कर वृद्ध आश्रम में रहना पड़ता है। लाज़मी है , वृद्ध है तो कई अलग-अलग बीमारियां मुंह खोले बैठी रहती हैं ।
कोई अंदर से टूट जाता है ।
कुछ अपने अच्छे समय को भुला नहीं पाते हैं और कुछ देश-विदेश में बैठे अपने बच्चों की यादों से बाहर नहीं आ पाते हैं।
कुछ भरे पूरे परिवार में रहने के आदी बुजुर्ग अपने एकांकी पन को झेल नहीं पाते हैं।
किसी को चारों तरफ वृद्धों का अकेलापन खा जाता है तो किसी को वहां का माहौल ।
जन्म लिया है तो मृत्यु भी निश्चित है।
ऐसे में वृद्ध आश्रम को यदि किसी संस्था द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क सेवाओं की जानकारी हो तो मन में तसल्ली तो रहती है।
बात सफेदाबाग में स्थित वृद्धाश्रम की हो या फिर लखनऊ की अन्य वृद्ध आश्रम की एक कोशिश ऐसे भी संस्था का फोन नंबर वहां पर रह रहे ज्यादातर बुजुर्गों के पास है रहता है वहां के मैनेजर के पास रहता है और यदि किसी बुजुर्ग को मेडिकल की सुविधा की जरूरत होती है तो उनके द्वारा स्वयं फोन करके संस्था से मदद ली जाती है। इसी प्रकार रह रहे बुजुर्ग कि यदि मृत्यु हो जाती है तो वहां के मैनेजर स्वयं कॉल करके निशुल्क एंबुलेंस सेवा की सुविधा प्राप्त कर लेते हैं ।
वृद्धा आश्रम के बुजुर्गों का आशीर्वाद ही है जो हमें थकने नहीं देता है।
आज एक बुजुर्ग माता के देहांत के बाद संस्था द्वारा निशुल्क एंबुलेंस से उनके शव को उनके घर तक पहुंचाया गया।
ऐसे ही किसी बात से भी संपर्क कर सकते संपर्क सूत्र वर्षा वर्मा 831 819 3805
