संस्कृति विभाग और समाज कल्याण विभाग मनाएंगे “जनजातीय गौरव दिवस”

By | November 15, 2022

▪️ मुख्यमंत्री  द्वारा वनाधिकार पट्टा का होगा वितरण
▪️ विभागीय योजनाओं की उपलब्धि, एवं जनजातीय संस्कृति डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से होगी प्रदर्शित, लगेगी प्रदर्शनी
▪️ जनजातीय जीवन के इंद्रधनुषी रंग” नामक काफी टेबल बुक का होगा विमोचन
▪️ एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों का होगा लोकार्पण एवं शिलान्यास
▪️ बयान -जनजातीय संस्कृति भारतीय विविधता में एकता का वास्तविक प्रतिनिधित्व करती है, जिन्हे संजोकर रखने में विभाग सदैव प्रतिबद्ध है।
असीम अरुण, राज्य मंत्री(स्व.प्र.) समाज कल्याण

 

ब्यूरो रिपोर्ट लखनऊ:

भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के अवसर पर 15 नवम्बर 2022 को सोनभद्र में माननीय मुख्यमंत्री जी की गरिमामयी उपस्थिति में लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति विभाग के नेतृत्व में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत निदेशालय जनजाति विकास, सेवा समर्पण संस्थान,तथा ज़िला प्रशासन के सहयोग से राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस मनाया जायेगा।कार्यक्रम में श्री असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्व.प्र.) समाज कल्याण, श्री संजीव कुमार गौड़,राज्य मंत्री, समाज कल्याण के साथ क्षेत्रीय सांसद, एमएलसी एवं विधायक गण भी उपस्थित रहेंगे।

जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर विभाग द्वारा वनाधिकार अधिनियम के अंतर्गत जनजाति एवं परंपरागत वन निवासियों को वनाधिकार पट्टा माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा वितरण कराए जायेंगे। विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, उपलब्धियों के साथ परम्परागत जनजातीय उत्पाद, वनोत्पाद, हस्तशिल्प, काष्ठकला,जैविक उत्पाद इत्यादि के स्टाल लगाए जायेंगे। इस अवसर पर जनजातीय भौगोलिक विविधता, संस्कृति, रीति रिवाज, खानपान, वेशभूषा व जीवन शैली को प्रदर्शनी एवं डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

जनजातीय संस्कृति को सहेजने एवं जनमानस को परिचित कराने के उद्देश्य से ‘जनजातीय जीवन के इंद्रधनुषी रंग’- काफी टेबल बुक का विमोचन भी किया जाना है। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति के बालक बालिकाओं के अध्ययन हेतु निर्मित एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी ऑनलाइन मोड में किया जाएगा।
श्री असीम अरुण, राज्य मंत्री(स्व.प्र.) समाज कल्याण द्वारा अवगत कराया कि “जनजातीय संस्कृति भारतीय विविधता में एकता का वास्तविक प्रतिनिधित्व करती है, जिन्हे संजोकर रखने में विभाग सदैव प्रतिबद्ध है।“