वरिष्ठ संवाददाता अभिनव शर्मा की रिपोर्ट,
उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार अनीता सी मेश्राम की अध्यक्षता में पोषण के सन्देशों को घर-घर तक पहुॅंचाने की परिकल्पना को साकार करने के लिए जन-मानस एवं लाभार्थियों को विभाग की सेवाओं, पोषण प्रबन्धन, कुपोषण से बचाव के उपाय, पोषण शिक्षा के सम्बन्ध में पोषण पाठशाला‘ का आयोजन किया जायेगा। इस कार्यक्रम की शुरूआत में निदेशक राज्य पोषण मिशन कपिल सिंह ने प्रमुख सचिव की परिकल्पना उपरान्त पोषण पाठशाला का आयोजन किया गया।
प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग एवं महानिदेशक राज्य पोषण मिशन अनीता सी मेश्राम द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कुपोषण को मिटाने के लिए प्रतिबद्व है। प्रमुख सचिव ने ‘‘माँ का दूध हर बच्चे का अधिकार तथा प्रकृति का उपहार’’ बताया साथ ही प्रदेश सरकार की प्राथमिकता कार्यक्रमों के अनुरूप आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के क्षमतावर्द्वन एवं तकनीक के उपयोग से उनकी कार्य कुशलता को बढ़ाने तथा विभागीय कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन हेतु उन्हें विगत वर्षों में स्मार्टफोन तथा ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस उपलब्ध कराया गया है, जिसके सहयोग से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा नियमित रूप से बच्चों का वजन व लम्बाई की माप ली जा रही है। उनके स्वास्थ्य की नियमित निगरानी कर पोषण स्तर में सुधार लाया जा रहा है।
निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग डॉ. सारिका मोहन द्वारा पोषण पाठशाला मे बताया कि विभाग द्वारा 10 मई से 30 जून से पानी नहीं केवल स्तनपान अभियान चालाया जा रहा है। इसलिए इस प्रथम पोषण पाठशाला कार्यक्रम का मुख्य थीम ‘‘शीघ्र स्तनपान-केवल स्तनपान‘‘ निर्धारित की गयी। बेहतर जानकारी प्रदान करना, भ्रान्तियों को दूर करना तथा स्वास्थ्य व पोषण के प्रति जागरूक करना इसका मुख्य उददेश्य रहा।
विभाग के लाभार्थियों व आम जन-मानस को स्वास्थ्य शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु पोषण पाठशाला का प्रत्येक माह आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक माह पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा से सम्बन्धित किसी एक विषय पर विभाग के फील्ड स्तर के कार्मिकों एवं लाभार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा। जैसा कि सर्वविदित है कि मॉं का दूध अमृत समान है तथा बच्चो के लिए गर्भावस्था से लेकर प्रथम 1000 दिन स्वर्णिम काल होता है, जिसमें यदि उसके पालन-पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
वहीं विषय विशेषज्ञों के रूप में डॉ. रेनू श्रीवास्तव, डॉ. मोहम्मद सलमान खान व डॉ. मनीष कुमार सिंह द्वारा शीघ्र स्तनपान-केवल स्तनपान विषय पर जन्म के एक घण्टे के अन्दर मॉं का दूध अनिवार्यतः पिलाने तथा छः माह तक केवल मॉं का दूध ही पिलाना चाहिए। साथ ही साथ जनपद लखनऊ, श्रावस्ती, बहराइच, मुरादाबाद, आगरा से 14 लाभार्थियों (गर्भवर्ती एवं धात्री महिला) द्वारा प्रश्न पूछे गए प्रश्न का विस्तारपूर्वक उत्तर दिया गया।
एन.आई.सी के माध्यम से सम्पन्न इस कार्यक्रम को अनीता सी मेश्राम प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग महानिदेशक, राज्य पोषण मिशन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्यालय से डॉ. सारिका मोहन निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार ,डॉ. विभा चहल अपर निदेशक (प्रशासन) बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, कपिल सिंह निदेशक राज्य पोषण मिशन, सत्यवती सरोज उपनिदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
