वरिष्ठ संवाददाता अभिनव शर्मा की रिपोर्ट
लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण पर मोर्चा संभाले हुए है। सरकार द्वारा जारी किये गये आयुवर्ग में, कोई भी व्यक्ति वैक्सीनेशन से वंचित न रह जाए, इसके लिये विभाग ने कमर कस ली है। पूरे जिले में घर-घर जाकर 12 से 14 साल और 15-18 वर्ष के छूटे हुए किशोरों को वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू हो गया है। जिनकी संख्या 94 हज़ार से अधिक है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि सीएचसी स्तर पर तैयारियां पूरी हैं। एएनएम के माध्यम से टीकाकरण कराया जा रहा है।
बता दें कि एक लाख 94 हजार 424 बच्चों के सापेक्ष, अभी तक लगभग एक लाख किशोरों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है। जबकि मंडलायुक्त ने स्कूलों में टीकाकरण केंद्र बनवाकर वैक्सिनेशन कराने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन आंकड़ों को देखें, तो यह ज़ाहिर होता है कि वो प्लान पूरी तरह से फेल रहा।
एएनएम को मिली दो-दो गांवों की ज़िम्मेदारी गांवों व शहरों में किशोरों को वैक्सीन लगाने की ज़िम्मेदारी एएनएम को सौंपी गई है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक एएनएम को दो गांवों व शहरी क्षेत्रों में दो इलाकों की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। जिनकी मदद के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्री को लगाया गया है।
