ब्यूरो रिपोर्ट लखनऊ
लखनऊ,
तृणमूल कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष नीरज राय ने आज तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कहा कि ऐसे नेता नही चाहते कि पार्टी का सफल विस्तार बंगाल के बाहर भी हो। जिसके चलते उत्तर प्रदेश के सक्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नजरअंदाज करके अपमानित करते हुये टीएमसी को विखण्डित करने का कुचक्र रचा जा रहा है।
गोमतीनगर स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आज पत्रकारों के बीच अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुऐ नीरज राय ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी की नीतियों और सिद्धान्तों पर विगत चार वर्ष से प्रदेश प्रदेश में कार्य करता रहा। जब टीएमसी विषम दौर से गुजर रही थी तब टीएमसी को यूपी में मजबूत करने के लिये हर सम्भव प्रयास किया। ताकि दीदी के मिशन 2024 को सफलतापूर्वक अमली जामा पहनाया जा सके।
परन्तु पार्टी के कुछ बड़े नेता जो ममता दीदी के इर्दगिर्द अपना मकड़जाल बना कर बैठे हैं वो कतई नही चाहते कि टीएमसी का बंगाल के अलावा और किसी प्रदेश में विस्तार हो। इसी कुचक्र और उपेक्षा से क्षुब्ध होकर आज मजदूर दिवस के दिन एक किसान पुत्र होने के नाते पार्टी से अलग होने का फैसला किया। ताकि पार्टी विरोधी कुचक्र रचने वालों को यह अहसास हो सके कि किसान और मजदूर को जितना अपमानित और नजरअंदाज किया जायेगा वह स्वयं को उससे ज्यादा मजबूत स्थिति में अपने को पायेगा।
इसके साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं का का यूपी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं पर ध्यान न देकर हमारी बनायी जमीन पर अन्य लोगों को उनके राजनैतिक रोटी सेंकने का अवसर प्रदान करना ही यूपी संगठन और कार्यकर्ताओं में छोभ की स्थिति पैदा होने लगी। इसको देखते हुये अपने सच्चे पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिये आज बहुत ही दुःखी मन से यह निर्णय लेना पड़ा।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में श्री राय ने कहा कि जल्द ही अपनी अगली रणनीति की घोषणा कर आप लोगों को अवगत करवाऊंगा। इस दोरान श्री राय के साथ पार्टी से इस्तीफा देने वालों में कंचन कुमारी, डॉ दयाशंकर सिंह, सुमित मेहरोत्रा, दीपक यादव, राकेश पाण्डेय, विपुल गौतम, मंजू यादव के साथ करीब दो दर्जन पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे।
