ब्यूरो रिपोर्ट : उत्तर प्रदेश
विधानसभा चुनाव की 403 सीटों पर परिणाम आ चुके हैं. इस बार चुनाव में इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी AIMIM की काफी चर्चा थी. माना जा रहा था कि यह मुस्लिम बहुल कई सीटों पर अच्छे वोट लाएगी और समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ेगी, लेकिन जो नतीजे आए हैं वो चौंकाने वाले हैं.
समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ते बिगाड़ते AIMIM का खुद का ही खेल बिगड़ गया है. यूपी विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इनमें से 99 सीटों पर इसके प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके. इन सभी की जमानत जब्त हो गई.
चुनाव में उतरते वक्त AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़े दावे किए थे. उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी यहां 25 से 30 सीट पर जीत दर्ज करेगी, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी.
पार्टी की फजीहत यहीं नहीं रुकी. ओवैसी की पार्टी को जितने वोट मिले हैं उससे ज्यादा वोट नोटा को मिले हैं. ओवैसी की पार्टी AIMIM को इस विधानसभा चुनाव में करीब 0.4% वोट मिले हैं, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार 0.69% लोगों ने नोटा का विकल्प चुना था यानी नोटा भी ओवैसी की पार्टी से आगे रहा है.
ओवैसी ने यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान जमकर पसीना बहाया था. उन्होंने यहां कई रैलियां की थीं. इस दौरान उन्होंने बीजेपी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा था. ओवैसी की पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी के साथ गठबंधन भी किया था.
