आर्थिक विकास राष्ट्र में समृद्धि लाएगा

By | January 27, 2022

 

अनिल अग्रवाल, चेयरमैन ( मेदांता)

2,300 साल पहले चाणक्य ने कहा था: “आर्थिक विकास राष्ट्र में समृद्धि लाएगा”। आज भारत इनोवेशन और डिजिटलीकरण के साथ विकास पथ पर है, जो ऊर्जावान युवा और उद्यमी महिलाओं सहित दमक रहा है। पूरी दुनिया भारत की यात्रा करना चाहती है और यहां पर्यटन के 10 गुना बढ़ने की संभावना है।

हमारे पास 10,000 साल का समृद्ध इतिहास है। हम बस उन्हें स्वतंत्र रूप से बढ़ने दें। बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट के विकास को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

हमारा ध्यान #संस्कृति, लिबरल आर्ट और शिल्प में भारत की जबरदस्त प्रतिभा को विकसित करने पर है।

इन्हें प्रोत्साहित और पोषित किया जाना चाहिए। ये आजीविका का स्रोत बनते हुए, हमारी समृद्ध संस्कृति और इतिहास को आगे बढ़ाने और मुख्यधारा की नौकरियों पर दबाव कम करने का काम करेंगे।

 

वर्तमान सरकार, उसकी नीतियों और पहलों ने भारत में अपूर्व संसाधन और फंड उपलब्ध कराया है।

बुद्धिमान और मेहनती कार्यपालिका और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ न्यायपालिकाओं में से एक के साथ, निर्णय तेजी और अधिक कुशलता से लिए जा रहे हैं।

आइए मौजूदा निर्माण कंपनियों, जिसमें सरकारी कंपनियां भी शामिल हैं, को पूर्ण क्षमता से चलाने का लक्ष्य रखें। जिससे उत्पादन में दो से तीन गुणा बढ़ोतरी हो सकती है।

देश में बंद इकाइयों को शुरू करने से रोजगार और नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं।

 

सरकार द्वारा पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों से सम्मानित प्रतिभाओं को हार्दिक बधाई।

व्यापार करने में आसानी के लिए सरकारी और पर्यावरण मंजूरी को स्व-प्रमाणित किया जाना चाहिए, ताकि पर्यावरण पर ध्यान देते हुए औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जा सकें। इससे हमारे देश की आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी।

 

भारतीय शास्त्रों के अनुसार, सम्पति का उपयोग गरीबों के उत्थान के लिए होना चाहिए। संपन्न जन को इसका उपयोग जरूरतमंद लोगों के उत्थान में करना चाहिए।

आइए एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करें जहां सभी के पास नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास हो, कोई बच्चा कुपोषित ना हो। #सबका साथ सबका विकास