इंदौर। इंदौर नगर निगम के एक स्वास्थ्य अधिकारी और तीन कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद रविवार को सभी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। चारों को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही इनके संपर्क में आए लोगों की जांच शुरू कर दी गई है। उनके परिवार वालों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं।
राहत यह है कि चारों पॉजिटिव मरीजों के साथ रहने वाले दरोगा और ड्राइवर आदि में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। स्वास्थ्य अधिकारी आवंटित क्षेत्र में सफाई, सैनिटाइजेशन, कचरा उठवाना, किराना-सब्जी के ऑर्डर आदि लेने जैसे काम कर रहे थे, जबकि तीनों कर्मचारी सफाई करते हैं।
निगम प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि निगम के स्वास्थ्य अधिकारी प्रगति नगर में रहते हैं, जबकि तीन कर्मचारी मुराई मोहल्ला के निवासी हैं। मुराई मोहल्ला में पहले से ही कुछ पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। निगम ने कंटेनमेंट या क्वारंटाइन क्षेत्र में काम के दौरान अपने अधिकारियों-कर्मचारियोंकी संक्रमण से सुरक्षा के लिए पूरी किट उपलब्ध कराई है। उन्हें सैनिटाइजर, टोपी, दस्ताने आदि पर्याप्त मात्रा में दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें, कोरोना संबंधी लक्षण दिखने पर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दें।
निगम ने कर्मचारियों और अफसरों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सभी को गोलियां और आयुर्वेदिक काढ़ा भी उपलब्ध कराया है। निगम के सभी वाहन प्रतिदिन सैनिटाइज किए जा रहे हैं।
काम में लगे हैं 15 हजार अफसर-कर्मचारी
कोरोना संक्रमण के इस दौर में नगर निगम का 15 हजार से ज्यादा कर्मचारियों और अधिकारियों का अमला विभिन्ना कार्यों में लगा हुआ है। इनमें मुफ्त किराना वितरण, घर-घर राशन के पैकेट पहुंचाना, सब्जी पहुंचाना, सैनिटाइजेशन, सफाई, फ्री राशन पैकेजिंग, अवैध रूप से लाए जा रहे सब्जी-फलों की जांच, अवैध रूप से चलाई जा रही दुकानों को सील करने जैसे काम शामिल हैं।कई निगमकर्मी रेड कैटेगरी के अस्पतालों में कोरोना मरीजों की सेवा भी कर रहे हैं।
