2023 बुंदेलखंड के विकास के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित।

By | December 27, 2023

2023 बुंदेलखंड के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष योगी सरकार ने बुंदेलखंड में कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी, जिससे इस क्षेत्र का विकास हुआ और रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ। योगी सरकार ने बुंदेलखंड में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडा) की स्थापना की। बीडा झांसी शहर के निकट 33 गांवों में 10,000 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। बीडा में कई बड़ी औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जाएगी, जिससे बुंदेलखंड में रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।

डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनॉमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) की इकाई की स्थापना के लिए भूमिपूजन किया गया है। बीडीएल का यह कारखाना बुंदेलखंड में डिफेंस उद्योग को बढ़ावा देगा। योगी सरकार का डिफेंस कॉरिडोर भी झांसी के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हो रहा है। डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड में भारत डायनॉमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) की इकाई की स्थापना के लिए वर्ष 2021 में पीएम मोदी ने आधारशिला रखी थी। वर्ष 2023 में इसकी यूनिट के निर्माण के लिए भूमिपूजन के साथ ही स्थापना का काम शुरू कर दिया गया। यूपी सरकार झांसी के गरौठा में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर के क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं को बेहतर करने में जुटी है। इस क्षेत्र में कई अन्य इकाइयों की स्थापना के लिए यूपी सरकार के सामने प्रस्ताव आए हैं। बड़ी-बड़ी डिफेंस कंपनियां यहां जब अपनी यूनिट स्थापित करेंगी तो रोजगार के इतने साधन उपलब्ध होंगे कि युवाओं को नौकरी के लिए बुंदेलखंड से बाहर जाने की जरूरत नहीं रह जाएगी।

ललितपुर जिले में 1472 एकड़ क्षेत्र में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण के लिए सर्वे शुरू हुआ है। यह पार्क जेनरिक दवाओं के उत्पादन के लिए विकसित किया जाएगा।ललितपुर जिले में पांच गांव में 1472 एकड़ क्षेत्रफल पर बल्क ड्रग पार्क के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई। मास्टर प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट की तैयारी के लिए यूपीसीडा ने काम शुरू कर दिया है। पहले चरण में 300 एकड़ क्षेत्रफल में आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने के लिहाज से डीपीआर तैयार किया जाना है। यूपी सरकार ललितपुर जिले को जेनरिक दवाओं के हब के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम कर रही है। इस पार्क को विकसित करने के लिए यूपी सरकार कई प्रतिष्ठित रिसर्च संस्थानों को नॉलेज पार्टनर बना रही है।

बुंदेलखंड के ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने के लिए सरकार ने एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कई प्रतिष्ठित होटल समूहों ने बुंदेलखंड के कई ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने के लिए अपना प्रस्ताव दिया है।बुंदेलखंड के ऐतिहासिक स्थलों को एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के तहत विकसित करने के लिए सरकार ने कई स्थलों के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए। देश के कई प्रतिष्ठित होटल समूहों ने इन स्थानों में अपनी दिलचस्पी दिखाई है और उम्मीद है कि बहुत जल्द इस स्थानों की तस्वीर बदलती दिखाई देगी। एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के माध्यम से झांसी के बरुआसागर किला, राम जानकी मंदिर गरौठा, पठामढ़ी का मंदिर गरौठा और बंजारी का मंदिर एवं बेर के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए। इनके अलावा बुंदेलखंड के रॉक कट गुफाएं देवगढ़ ललितपुर, सुमेरगढ़ का प्राचीन मंदिर ललितपुर, सोमनाथ मंदिर मानिकपुर चित्रकूट, खाकरा मठ चरखारी महोबा, रणछोर मंदिर धोजरी ललितपुर, प्राचीन बैठक तालबेहट ललितपुर, चन्देली मंदिर करियारी हमीरपुर, शांतिनाथ मंदिर भरवारा महोबा, शिव मंदिर उल्दना कला ललितपुर, दशरथ घाटी चित्रकूट और खंडेह के मंदिर मौदहा हमीरपुर के लिए प्रस्ताव मंगाए गए।

बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में जल जीवन मिशन के तहत नल से जल पहुंचाने का काम लगभग अंतिम चरण में है। इस योजना के तहत बुंदेलखंड में लगभग 80 लाख लोगों को नल से जल उपलब्ध होगा।बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल से जल पहुंचाने का काम लगभग अंतिम अवस्था में आ गया है । महोबा में यह 98 प्रतिशत, झांसी में 97 प्रतिशत, चित्रकूट में 93 प्रतिशत, बांदा में 96 प्रतिशत, ललितपुर में 98 प्रतिशत, जालौन में 89 प्रतिशत और हमीरपुर में 89 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी पीने का साफ पेयजल पहुंचाने के लिए कई बड़ी योजनाओं पर तेज गति से काम हुआ और पेयजल संकट को दूर करने में काफी सफलता मिली है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिन स्थानों पर पानी की उपलब्धता शुरू हो गयी है, उन स्थानों पर जन जीवन में परिवर्तन साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है।

झांसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण काम पूरे हो गए हैं। इनमें दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत की स्मृति में बने पार्क, राजकीय पुस्तकालय के उच्चीकरण और मेजर ध्यानचंद की स्मृति में बने म्यूजियम का निर्माण शामिल है।झांसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण काम इस वर्ष पूर्ण किए गए। दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत की स्मृति में झांसी किले की तलहटी में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बने पार्क का लोकार्पण भी इसी वर्ष किया गया। राजकीय पुस्तकालय के उच्चीकरण का काम पूरा हुआ, जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया। इसके साथ ही हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की स्मृति में बने ध्यानचंद म्यूजियम का भी काम इसी वर्ष पूरा हुआ और मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया।

योगी सरकार बुंदेलखंड के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके लिए सरकार ने कई योजनाओं को लागू किया है, जिनमें गौशालाओं का निर्माण, परिषदीय विद्यालयों में सुविधाओं का विकास, अस्पतालों में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी, कृषि से संबंधित योजनाओं में कृषकों को सहायता और असहाय और कमजोर वर्गों के लोगों को आर्थिक सहायता शामिल है।योगी सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के समग्र विकास को केंद्रित करते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दे रही है। निरंतर सभी जिलों में बड़ी गौशालाओं का निर्माण, परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट सिटी और माइनिंग फंड के माध्यम से सुविधाओं का विकास, अस्पतालों में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोत्तरी, कृषि से संबंधित योजनाओं में कृषकों को सहायता, असहाय और कमजोर वर्गों के लोगों को आर्थिक सहायता सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने और उन पर नियमित निगरानी पर सरकार ध्यान केंद्रित कर रही है। शासन के शीर्ष अफसरों और मंत्रियों के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निरंतर इस क्षेत्र का दौरा कर योजनाओं की जमीनी हकीकत का जायजा लेते रहे हैं।

बुंदेलखंड में योगी सरकार की पहल से कई बड़ी परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है। इनमें इटावा से चित्रकूट तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, झांसी लिंक एक्सप्रेसवे, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे, झांसी और चित्रकूट में एयरपोर्ट, जालौन में 79 एकड़ में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद, चित्रकूट के रानीपुर में उत्तर प्रदेश के चौथे टाइगर रिजर्व की स्थापना, चित्रकूट में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए रोपवे और झांसी से खजुराहो तक 4 लेन हाईवे का निर्माण शामिल है।

इन परियोजनाओं के पूरा होने से बुंदेलखंड का विकास होगा और इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।