ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती-
केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार तक सफाई और स्वच्छता का सन्देश देने के लिए स्वछता अभियान ज़ोरो पर है। और स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस अभियान में आम जान मानस की जागरूकता तो काम आ रही है साथ साथ समाज सेवियों का अहम् रोल देखने को मिल रहा है। ऐसे ही एक समाज सेवी संसथान परमार्थ और पी.डब्लू.सी ने जागरूकता के साथ साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सामाजिक भागीदारी की नई मिसाल पेश की है। कई वर्षों से सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड में ये संगठन ज्यादा क्रियाशील दिख रहा है। लखनऊ से 250 किलोमीटर दूर हमीरपुर ज़िले में सरीला ब्लॉक के धरऊपुर गांव में एक कार्यक्रम कर संगठन ने स्वच्छ पेय जल अभियान के जरिये सम्पूर्ण गांव को मटके का वितरण कर देशी वाटर प्यूरी फायर का निर्माण कराया और पूरे गांव को इस पेयजल को पीने की हिदायत दी।

परमार्थ संगठन से जुड़े सचिव संजय सिंह, निदेशक अनिल सिंह, पी.डब्लू.सी के वाइस प्रेसीडेंट जयवीर सिंह सहित तमाम आला अधिकारियों की मौजूदगी में गांव वालो को साफ पानी पीने और इसके प्रयोग के तौर तरीके पर जाकरूक किया। गांव में रहने वाली कमलेश बताती है की चार मटकों से बने पानी के आर.ओ में लकड़ी के कोयले, ईंट, पत्थर के छोटे टुकटों को कपड़ों के जरिये पानी को साफ करने की प्रक्रिया किया जाती है। पिछले तीन महीनो से इस गांव के सभी घर आर.ओ के इस्तेमाल से खुश हैं। उनका कहना है की आर.ओ के इस्तेमाल से इस बार बारिश के दिनों में होने वाली तमाम बिमारियों से छुटकारा मिला है।
इस कार्यक्रम में संस्था से जुड़े पदाधिकारियों से सामने गांव वालों ने अपनी शर्ते रखी। संस्था ने गांव में शौचालय का निर्माण भी बड़ी संख्या में करवाया और प्राथमिक विद्यालय परिसर में शौचालय का निर्माण कर धरऊपुर के गांव वालों को खास तोहफा दिया कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य स्वछता के प्रति आम जान मानस की भागीदारी और जागरूक का प्रचार प्रसार रहा।
