साइबर अपराधियों ने लगाई आधार के डेटाबेस में सेंधमारी, सेवाएं बंद, मुकदमा दर्ज।

By | December 26, 2023

आधार डेटाबेस में साइबर अपराधियों ने सेंध लगाने की घटना 22 नवंबर, 2023 को सामने आई। इस घटना की जानकारी यूआईडीएआई ने मेरठ की एक डिजिटल सिग्नेचर कंपनी पेंटागन साइन सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को दी थी। कंपनी ने इस घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई। आधार डेटाबेस में सेंध लगाने के लिए साइबर अपराधियों ने पेंटागन साइन सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड की वेबसाइट का इस्तेमाल किया। कंपनी की वेबसाइट से आधार की सेवाएं लेने के लिए एक वेबसाइट अवैध रूप से आधार की सेवाएं ले रही थी। यूआईडीएआई ने कंपनी को इस वेबसाइट को बंद करने का आदेश दिया।

पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 66 कॉपीराइट एक्ट आधार कार्ड अधिनियम की धारा 36,37,38,39,40,41, 42 और 43 के तहत कार्रवाई की गई है आईपीसी 379,406,416,420,425,441,465,468,469,471,506,34 और धारा 120 बी के तहत कार्रवाई की गई है। एसपी सिटी मेरठ फ्यूज सिंह के अनुसार पेंटागन कंपनी की ओर से शिकायत मिली थी, जिस पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच के लिए एक्सपर्ट को लगाया है बाकी कार्रवाई पुलिस विवेचना के दौरान की जाएगी।

आधार डेटाबेस में सेंध की घटना की जांच के लिए यूआईडीएआई ने एक विशेषज्ञ टीम का गठन किया है। टीम ने अपनी जांच में पाया कि साइबर अपराधियों ने कंपनी की वेबसाइट में एक सुरक्षा छेद का फायदा उठाकर सेंध लगाई थी। टीम ने कंपनी को इस सुरक्षा छेद को ठीक करने के लिए निर्देश दिए हैं।

आधार डेटाबेस में सेंध की घटना से लोगों की व्यक्तिगत जानकारी को खतरा हो सकता है। साइबर अपराधी इस जानकारी का इस्तेमाल ऑनलाइन धोखाधड़ी, बैंकिंग धोखाधड़ी और अन्य अपराधों को अंजाम देने के लिए कर सकते हैं।

आधार डेटाबेस में सेंध की घटना से सबक लेते हुए सरकार को आधार डेटाबेस की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिए। सरकार को आधार डेटाबेस को सुरक्षित रखने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करना चाहिए।

आधारधारकों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए। आधारधारकों को अपने आधार कार्ड को सुरक्षित रखना चाहिए और इसे किसी भी अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए। आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी सावधानी से रखनी चाहिए।

आधार डेटाबेस में सेंध की घटना एक गंभीर घटना है। सरकार और आधारधारकों को मिलकर इस घटना से सबक लेते हुए आधार डेटाबेस की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिए।