लखनऊ। राजधानी में अंसल सिटी जैसे पॉस इलाके में सुनील सिंह(प्रॉपर्टी डीलर)पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने वाले शूटरों को क्राइम ब्रांच व थाना पीजीआई की सयुक्त टीमों द्वारा उतरेठिया क्रासिग शहीद पथ के पास टाटा सफारी स्टॉर्म मे सवार अपराधी पकडे गये जिनके पास से तमंचा और पिस्टल को मौके से बरामद किया गया।
पुलिस द्वारा पकडे गये अपराधियों कि पहचान संजय उर्फ टिल्लू ,मोहम्मद अशफाक व अमरिंदर सिंह जो जनपद हरदोई के निवासी हैं फरार अपराधी आशीष सिंह(मान सिंह) व आदित्य नारायण ( गुड्डू ) भी हरदोई निवासी हैं । जबकि आशीष सिंह ,सुनील सिंह(प्रॉपर्टी डीलर)का पुराना मिलने वाला था।
अंसल सिटी मे शॉपिंग मॉल के बेसमेंट की खुदाई का काम दूसरे ठेकेदार को दे देने से दोनों में विवाद हो गया था। मुख्य आरोपी आशीष सिंह सुनील सिंह की हत्या कराके मिट्टी के काम व प्रॉपर्टी पर कब्जा करना चाहता था। मुख्य आरोपी ने गोमती नगर में सरयू आपार्टमेन्ट के पीछे स्थित आवास पर हत्या करने की योजना बनाई।
जिसमें अमरिंदर सिंह द्वारा सिर्फ सुनील सिंह के घर की रेकी की गई । मुख्य आरोपी आशीष सिंह(मान सिंह) , संजय (टिल्लू) आदित्य (गुड्डू) अपने एक अन्य साथी अशफाक जिसे हैदराबाद से बुलाया गया था जो कि मूलता हरदोई निवासी है आरोपियों द्वारा सेकंड हैंड मोटरसाईकिल खरीदी गई जो कि घटना में इस्तेमाल की गई।
घटना वाले दिन मुख्य आरोपी आशीष सिंह ने अपने घर में रखा 315 बोर का तमंचा व 30 बोर की पिस्टल, कारतूस शूटरों को देकर संजय (टिल्लू ),आदित्य (गुड्डू) व अशफाक को सुनील सिंह की हत्या करने को कहा ।
वही इस घटना क्रम के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कला निधि नैथानी से पूछने पर बताया गया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए एक रणनीति बनाई गई थी।
जिसमें हजरतगंज की घटना के शूटरों को पीजीआई का शूटर बताना रणनीति का हिस्सा था। अखबारों में दूसरे दिन के फोटो देखकर अपराधी रिलैक्स हो जाए। जिससे इन्हें पकडने में आसानी हो जाए । फरार आरोपी आशीष सिंह और आदित्य नारायण शूटरों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं।
