
(रिपोर्ट-अदिति मिश्रा)
कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई राम लला की मूर्ति अयोध्या के भव्य राम मंदिर की शोभा बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इस मूर्ति के चयन के लिए तीन मूर्तिकारों को चुना गया था। इनमें से एक अरुण योगीराज हैं, जो कर्नाटक के मैसूर शहर के रहने वाले हैं। उन्होंने इस मूर्ति को कृष्ण शिला से बनाया है, जो एक प्रकार की चट्टान है जो भारत के दक्षिणी भाग में पाई जाती है। यह मूर्ति 51 इंच ऊंची है और इसका वजन लगभग 100 किलोग्राम है।
मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कहा कि उन्हें इस मूर्ति को बनाने का अवसर मिलने से बहुत खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मूर्ति को भगवान राम के सौम्य और करुणामय रूप में बनाया है। 2008 में कारपोरेट सेक्टर की नाैकरी छोड़कर मूर्तिकला में लौटे थे मूर्तिकार अरुण योगीराज। दिल्ली में लगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी अरुण ने बनाई है।
साल 2022 में जब योगीराज अरुण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिला था तब उन्होंने अपने परिवार के गौरवशाली अतीत को याद करते हुए फोटो साझा की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि पांच पीढ़ियों से उनका परिवार मूर्तिकला में हैं। उन्होंने लिखा था कि पिछली 5 पीढ़ियों से मूर्तिकला, इतिहास दोहराया गया! मेरे दादाजी बी.बसवन्ना शिल्पी 1952 में भारत के पहले प्रधान मंत्री से मिले थे, मुझे 2022 में हमारे प्रिय प्रधानमंत्री से मिलने का अवसर मिला।
इस मूर्ति के चयन पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे कर्नाटक के सभी राम भक्तों का गौरव और खुशी दोगुनी हो गई है। इस मूर्ति के चयन को हिंदू समुदाय में भी सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। लोगों का मानना है कि यह मूर्ति अयोध्या के भव्य राम मंदिर की शोभा बढ़ाएगी।