
……………………भ्रस्टाचारियों की खैर नही वीर विक्रम विधायक का किसी से बैर नही. …………………………………….
मनीष गुप्ता (मुख्य संपादक)
हम बात कर रहे है, उत्तर प्रदेश के सबसे युवा और शिक्षित विधायक, वीर विक्रम सिंह ‘प्रिंस’ के बारे में। वह भाजपा के नेतृत्व में कटरा (शाहजहांपुर) से चुनकर आए हैं और उनकी कहानी प्रेरणा का स्रोत है। डा. वीर विक्रम सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हुआ। वीर विक्रम प्रिंस का जन्म शाहजहांपुर (उत्तरप्रदेश ) में हुआ था । उनके पिताश्री का नाम ठाकुर मा वीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ मुन्ना जी है , जो सबसे युवा ब्लॉक प्रमुख जैतीपुर रहते हुए 20 वर्ष तक तिलहर से विधायक रहे । उनके पिता, ठाकुर वीरेंद्र प्रताप सिंह, ने 20 साल तक विधायक रहते हुए अपनी उत्कृष्टता का प्रमाण दिया, और यही से शुरू होती है वीर विक्रम सिंह ‘प्रिंस’ की राजनीतिग यात्रा।
आपने राजनीति की शुरुआत करते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में कदम रखा । आपको प्रिंस नाम से जाना गया । आपने 2008 से 2012 तक भारतीय सेंसर बोर्ड के सदस्य , दिल्ली व 2014 से 2016 तक राष्ट्रीय उर्वरक निगम की राज्य सलाहकार समिति के सदस्य रहे । जब विधानसभा का चुनाव 2017 में हुआ तो आपकी काबलियत के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने कटरा (शाहजहांपुर ) निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया गया और आपने भारी मतों से विजयी हुए । इस प्रकार से आप उत्तरप्रदेश की 17वीं विधान सभा सदस्य अर्थात विधायक बने।
उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा मुमुक्ष आश्रम से शुरू की और फिर दून और सिंधिया स्कूल के जरिए एक उत्कृष्ट शैक्षणिक पृष्ठभूमि हासिल की। दिल्ली विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट होने के बाद, उन्होंने बेल्जियम और फ्रांस में अध्ययन किया और एलएलबी व पीएचडी की डिग्री हासिल की।राजनीति में कदम रखते हुए, भाजपा में शामिल हुए और 2017 में केवल 27 वर्ष की आयु में, कटरा से भारी मतों से विधायक बने।उन्होंने 17वीं विधानसभा में युवा नेतृत्व का प्रतीक बनकर काम किया और समाज में अपनी छवि को मजबूत किया।आधुनिक राजनीति में आपका नाम सुर्खियों में रहा है। वीर विक्रम सिंह ‘प्रिंस’ का विवाह 2019 में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री दिग्गज क्षत्रिय नेता ठाकुर राघवेन्द्र सिंह जी राजू जी की बेटी पूजा संग विवाह हुआ और यह देश की चर्चित शादी रही । आपके विवाह समारोह में, न केवल भारत से बल्कि विदेशों से भी नामचीन लोग शामिल हुए।उनका एक प्यारा बेटा है, माधव, और छोटा भाई लखनऊ में डॉक्टरी कर रहा है। वीर विक्रम सिह के छोटे भाई आर्थ्राो मे एम्स से डाक्टरी कर लखनऊ मे होनहार चिकित्सक है।
आपने राजपूत समाज, किसान यूनियन, और हिंदुत्ववादी संगठनों में भी विशेष मान्यता प्राप्त की है।राजपूत समाज आप पर गर्व करता है कि आपने कम समय में राजनीतिक शीर्ष पर पहुंचकर अपनी महत्ता साबित की है।हमें यकीन है कि आप आने वाले समय में और भी बड़े कार्य करेंगे। तो आइए, हम सभी मिलकर उनके इस गौरवमयी सफर को सराहें और समर्थन करें।आइए, साथ मिलकर प्रदेश और समाज को आगे बढ़ाएं। जय हिंद!