भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि खनिज उत्पादन भविष्य की अर्थ-व्यवस्था का आधार है। प्रदेश में कीमती खनिजों का कीमती भंडार मौजूद है, इसका उपयोग राज्य के विकास के लिए जितनी जल्दी किया जाए, उतना अच्छा होगा।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक,मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी मिनरल एक्सप्लोरेशन कार्पोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत में कहा कि वे राज्य को अपनी प्राथमिकता का प्रदेश बनाए। कोयला और चूना पत्थर के अलावा प्रदेश में कई बहुमूल्य खनिज हैं, जो भविष्य की अर्थ-व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा किकीमती खनिजों के खनन की समयबद्ध योजना बनाए।
खनिजों के उपलब्ध होने पर शुरू करें खनन
कमलनाथ ने कहा कि भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के पास उपलब्ध खनन और भण्डारण की बहुमूल्य जानकारी का उपयोग कर खनन का काम शुरू करने की तैयारी करें। एमईसीएलके पास इसका उपयोग करने की क्षमता और विशेषज्ञता है। खनिजों के उत्खनन की समय-सीमा निर्धारित कर योजना बनाएं।राज्य शासन पूरा सहयोग करेगा। मैगनीज, बाक्साइट, ग्रेफाईट, आयरन ओर एवं रेडियम, वेनेडियम जैसे मूल्यवान खनिजों के खनन पर फोकस करने को कहा।
प्रदेश में कई जगह पर खनिजों का कीमती भंडार
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखण्ड, महाकौशल और प्रदेश के पश्चिम भाग में इन खनिजों के कीमती भंडार उपलब्ध हैं। प्रत्येक खनिज की अलग नीति बनाकर काम शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोयला खनन की नीति डायमंड अथवा मैगनीज पर लागू नहीं हो सकती। खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल, मुख्य सचिव एसआरमोहन्ती, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव उद्योग राजेश राजौरा आदि भी मौजूद रहे।
