
वरिष्ठ संवाददाता, लखनऊ :
लखनऊ के थाना बिजनौर में तैनात रहे चौकी इंचार्ज माजिद फारूकी पर एक पक्षीय विवेचना कर मुकदमा वापस लेने का आरोप लगाया गया है। गोलीकांड के पीड़ित कुंदन का कहना है 8 सिंतम्बर को जान लेवा हमला हुआ था। जिसमें मुझे और मेरे दोस्त को गोली लगी थी। तहरीर पर बिजनौर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा चार लोगों को जेल भेजा जा चुका है। लेकिन मुख्य अभियुक्त विनोद यादव को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिससे मेरे परिवार व मुझ पर जान का खतरा बना हुआ है। वही गोली कांड की घटना के करीब एक साल पहले मुझसे रंगदारी मांगी गई थी। न देने पर मेरी हत्या कराने की बात कही थी। जिसका मुकदमा भी बिजनौर थाने में दर्ज हैं।
जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की है। हमारी मांग है कि निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाए। वहीं बिजनौर थाना क्षेत्र में कुंदन व एक अन्य पर गोली चलने का मामले पर इंस्पेक्टर बिजनौर ने बताया गोली चलाने वाले चार आरोपी जेल भेजे जा चुके है। नामजद अभियुक्त की जांच चल रही है। जांच में प्राप्त तत्थों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। घटना स्थल व आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।