
(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)
सीएम योगी की मंशानुरूप बुंदेलखंड के आकांक्षी जिले चित्रकूट के औद्योगिक विकास में जुटे जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में चित्रकूट जल्द ही नए आयामों को छुएगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए प्रस्तावों पर अब कार्य शुरू होने की तैयारी हो चुकी है। निवेश प्रस्तावों को जमीन पर लाने की तैयारी में चित्रकूट में औद्योगिक क्षेत्र में जल्द ही नए आयाम देखने को मिलेंगे। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए निवेश प्रस्तावों पर कार्य शुरू होने की तैयारी हो चुकी है। 19 फरवरी को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) में 7047.37 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की शुरुआत होगी। 84 निवेशक अपने प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू करने जा रहे हैं।
गत वर्ष का इन्वेस्टर्स समिट:
- जनवरी-फरवरी 2023 में चित्रकूट में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था।
- चित्रकूट और आसपास के जनपदों के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर की कई कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई थी।
- 279 एमओयू हस्ताक्षरित हुए थे।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी:
- 19 फरवरी को लखनऊ में तथा प्रदेश के सभी जनपदों में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा।
- चित्रकूट में भजन संध्या तथा तहसील मानिकपुर परिसर में लखनऊ में होने वाले मुख्य आयोजन का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा।
- 7047.37 करोड़ लागत की 84 परियोजनाएं धरातल पर आने के लिए तैयार हैं।
- 6994 लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रमुख परियोजनाएं:
- टुस्को लिमिटेड द्वारा 4700 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
- शाहस़्त्रभुज फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 500 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
- शुक्ला एंटरप्राइजेज द्वारा 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
- वरूण बेवरेज लिमिटेड द्वारा 496 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
- श्री बिंदीराम होटल के द्वारा 25 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
- राम कृपा हॉस्पिटल के द्वारा 5 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
भूमि का चिन्हांकन:
- निवेशकों के लिए तहसील मानिकपुर व मऊ क्षेत्र में भूमि का चिन्हांकन किया गया है।
- तहसील मानिकपुर में 482.818 हेक्टेयर और तहसील मऊ में 192.194 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गयी है।
- दो बड़े औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी भूमि चिन्हांकित की गई है।
- UPEIDA के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर हेतु विकास खंड पहाड़ी में 300 हेक्टेयर तथा UPSIDA के लिए 70 हेक्टेयर बरगढ़ क्षेत्र में अधिग्रहण की कार्यवाही प्रचलित है।
चित्रकूट में औद्योगिक विकास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से न केवल रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी, बल्कि चित्रकूट की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।