
मुझे नहीं पता आपकी पूजा का फल आपको किस रुप में मिलता है परंतु मुझे इस रूप में मिला …
लफ्जों से लड़खड़ाई आंखों में एक उम्मीद तैरती हुई बा मुश्किल जुबान से अपनी व्यथा बताते हुए एक छोटी सी मदद की बात रखी ।
कुछ साल पहले की बात है आंख में आंसू लिए एक महिला हमारे ऑफिस में दाखिल हुई मुझे नहीं पता कि वह मुझे कैसे जानती थी ।
उन्होंने बताया कि उनकी दो छोटे बच्चे हैं दोनों होनहार है पढ़ाई में दुर्भाग्यवश उन दोनों बच्चों ने अपने पिता को खो दिया है जब तक वह थे जिंदगी बहुत खुशनुमा थी परंतु उनके जाने के बाद मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है ₹8000 की नौकरी से घर तो चल जाता है परंतु दोनों बच्चों की शिक्षा रुक गई है।
हमेशा की पढ़ाई के खर्चे का वादा ना कर पाए हम लेकिन फिर भी कोशिश रही की बिटिया की पढ़ाई किसी तरह से रुक ना पाए।
हर महीने समय से बिटिया की फीस भरी जाने लगी और आप सब लोगों के आशीर्वाद से प्रभु की इतनी कृपा रही कि बिटिया ने कल 12वीं का इम्तिहान 86% से पास किया है। बिटिया के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं इसलिए तस्वीर को थोड़ा ब्लर कर रहे हैं ताकि शान से सर उठा कर वह अपनी जिंदगी जी सके और आगे चलकर अपने परिवार का सहारा बने।
आगे चलकर बिटिया CAT का इम्तिहान देकर
एमबीए की तैयारी करेगी आईआईएम से
ऐसी उसने इच्छा जाहिर की है ।
आपका सहयोग प्रथनीय है 🙏🏻🙏🏻