
रिपोर्ट-इशिका सिंह
जोधपुर : विदेश में बैठा जोधपुर का गैंगस्टर कैलाश मांजू जोधपुर पुलिस को लेकर एक के बाद एक सनसनीखेज वीडियो जारी कर रहा है। 6 दिन पहले जिस महिला थानेदार को लेकर वीडियो जारी किया था, अब उसी को लेकर एक ऑडियो भी जारी किया है।आरोप है कि महिला थानेदार ने दूसरों को पैसे देकर एग्जाम पास किया और पुलिस की नौकरी लगी। इतना ही नहीं आरोप है कि झंवर थानाधिकारी परमेश्वरी ने उसके दुश्मन दिनेश बंबानी से 2 करोड़ रुपए लिए। अब बंबानी उसका मर्डर करवाना चाहता है।ये ऑडियो मांजू ने रविवार को जारी किया है। इस ऑडियो में मांजू ने बंबानी और जोधपुर पुलिस के झंवर थानाधिकारी पर मिलीभगत के कई आरोप लगाए हैं। इसमें एक एएसआई जब्बर सिंह पर भी आरोप है।
दरअसल, जोधपुर पुलिस ने कुछ दिनों पहले ही कैलाश मांजू पर राजपासा एक्ट लगाते हुए 1 लाख का इनाम घोषित किया था। इसके बाद से वह जोधपुर पुलिस पर लगातार आरोप लगा रहा है।पहले दावा किया जा रहा था कि कैलाश मांजू लॉरेंस का सहयोगी है। अब मांजू ने बताया कि वह उसका सबसे बड़ा दुश्मन है।
(फाइल फोटो)
पढ़िए पूरे ऑडियो में गैंगस्टर मांजू ने क्या-क्या आरोप लगाए…
झंवर एसएचओ परमेश्वरी देवी ने कहा कि मैं पेश हो जाऊं तो वह मेरी मदद करेगी। वह खुद जो दूसरों को पैसे देकर परीक्षा पास कर नौकरी पर लगी है। दसवीं की परीक्षा दूसरे से दिलवाई, बारहवीं की दूसरे से दिलवाई, कॉन्स्टेबल बनी तो पैसे देकर और एएसआई भी पैसे देकर बनी।
इनकी कॉपी की हैंड राइटिंग चैक करें तो सब सच सामने आ जाएगा। जब वह हाउसिंग बोर्ड थाने में थी, तब दिनेश बंबानी से मिल कर मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया। उस समय मैं हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था। तब मेरे परिवार को पता लगा और परिवार वाले एसीपी राजेंद्र दिवाकर से मिले, उनको जब सारी बात बताई तब उन्होंने परमेश्वरी देवी को लताड़ा और कहा ऐसे फर्जी काम न करें, बंबानी के चक्कर में नौकरी खराब हो जाएगी।
दिवाकर का जब मंडोर एसीपी ट्रांसफर हुआ, तब मेरी फाइल खुली और वह हाई सिक्योरिटी जेल से पीसी पर लेकर आई और उसी रात दिनेश बंबानी से मिलवाया। तब बंबानी ने प्रकाश से राजीनामे का प्रस्ताव रखा। इस व्यापारी के साथ पहले तीन लाख के 6 लाख वसूले, उसके हाथ पैर तोड़कर वीडियो वायरल किया। अब उसका परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है और उसकी बात नहीं मानी। तब परमेश्वरी ने कहा कि यह बात नहीं मानने पर तुम्हारा मामला सब खराब होगा।
मेरी सुपारी देकर मुझे मरवाना चाहा
जब पैरोल पर रिहा हुआ तब सुपारी देकर मुझे मरवाना चाहा। भीलवाडा पुलिस ने मामला दर्ज किया और जोधपुर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। जोधपुर पुलिस के लिए दिनेश बंबानी दूध देने वाली गाय है। उसने यह भी कहा कि मार्च 2021 में मुझ पर मामला दर्ज होता है और बंबानी पर अगस्त में मुकदमा दर्ज होता है। मुझ पर राजपासा लगता है, बंबानी पर क्यों नहीं लगता ?
मेरे परिवार वाले जब पर कलेक्टर के पास गए तब कलेक्टर को 8 पॉइंट बताए गए। राजपासा लगाने के लिए 12 महीने में एक मुकदमा होना चाहिए, 2 महीने में सजा होनी चाहिए। मुझ पर 30 महीने से कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। न मुझे किसी मुकदमे में सजा हुई और न ही सौ रुपए का जुर्माना है। जबकि दिनेश बंबानी पर मुकदमा भी है और उसे सजा भी मिली है। फिर भी उस पर राजपासा की कार्रवाई नहीं की गई।
मैं इतना बुरा होता तो गांव वाले सरपंच नहीं बनाते
बंबानी जिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है, मैं भी वहीं का हिस्ट्रीशीटर हूं । मुझ पर पहले भी 50 हजार का इनाम घोषित किया था। भंवरी प्रकरण में बंदियों को भगाने का आरोप लगा था। उस मामले में हाईकोर्ट ने बरी किया था। मुझ पर लगे 42 मुकदमों में 18 में मैं बरी हो गया हूं। न जाने क्यों पुलिस नाम जोड़ देती है और बाद में बदल देती है।
5 साल में दो मुकदमे दर्ज हुए वह भी साजिश के तहत दर्ज हुए। अगर मैं इतना बुरा होता तब गांव वाले मुझे सरपंच नहीं बनाते और मेरे पिता को भी सरपंच नहीं बनाते। पत्नी भी सरपंच बनी।
इस ऑडियो के आखिर में मांजू ने कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है।
ये हिस्ट्रीशीटर दिनेश बंबानी है। कैलाश और दिनेश दोनों एक ही थाने के हिस्ट्रीशीटर है। बंबानी पर 2 करोड़ रुपए देने का आरोप लगाया है।
मेरे थाने का मामला नहीं, क्यों पेश होने को कहूंगी
झंवर एसएचओ परमेश्वरी से इन आरोप को लेकर बात की तब उन्होंने कहा कि यह मेरे थाने का मामला ही नहीं तो मैं उसे पेश होने को क्यों कहूंगी? वह झूठा आरोप लगा रहा है। एसएचओ ने यह भी बताया कि यह सच है कि जब मैं चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में थी तब पीसी पर लाई थी, लेकिन किसी से मिलवाया नहीं था।
IPS के खिलाफ भी आरोप लगाते हुए बनाए थे वीडियो
मांजू ने 9 साल पहले जब अशोक राठौड़ जोधपुर कमिश्नर थे, तब उनके खिलाफ भी आरोप लगाते हुए वीडियो बनाया था। उस समय भी मांजू पर राजपासा लगा था। अब फिर से इस पर 1 लाख का इनाम घोषित किया गया है। इसके अलावा मांजू ने तत्कालीन एसएचओ चौपासनी हाउसिंग बोर्ड चंद्रप्रकाश पारीक और जब्बर सिंह के खिलाफ भी वीडियो बनाए थे।हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया। मांजू और नांदिया के बीच जमीनों पर कब्जे और सट्टे के कारोबार को लेकर कई सालों से दुश्मनी है।
इस तरह हुई जोधपुर में गैंगवार की शुरुआत
गैंगस्टर कैलाश मांजू का भतीजा हिस्ट्रीशीटर दिनेश मांजू साल 2005 में सट्टे का कारोबार चलाता था। जोधपुर में उस समय सट्टे और जमीन पर कब्जे में करोड़ों की कमाई थी।मांजू ने सट्टे के पूरे कारोबार का हिसाब-किताब दिनेश बंबानी को दे रखा था। दिनेश मांजू और बंबानी ने मिलकर सट्टे को करोड़ों का कारोबार बना दिया। दोनों इसमें पार्टनर थे।दिनेश मांजू 31 दिसंबर 2010 को नए साल की पार्टी मनाने के लिए बाड़मेर गया था। वो रात को अपने दोस्तों के साथ एक होटल में पार्टी कर रहा था। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबल और स्वरूप सिंह सोढ़ा ने दिनेश मांजू की गोली मारकर हत्या कर दी।दिनेश मांजू की हत्या के बाद उसके छोटे भाई राकेश मांजू और चचेरे भाई कैलाश मांजू को दिनेश बंबानी पर शक होने लगा। उन्हें दिनेश मांजू की हत्या के बाद सट्टे के हिसाब-किताब में गड़बड़ मिली।दोनों ने दिनेश बंबानी से सट्टे का हिसाब मांगा तो उनके बीच झगड़ा हो गया। यहीं से कैलाश मांजू और राकेश मांजू की दिनेश बंबानी से दुश्मनी हो गई।
एक हो गए मांजू के दोनों दुश्मन
गैंगस्टर कैलाश मांजू और विक्रम सिंह नांदिया के बीच जमीनों पर कब्जे और सट्टे के कारोबार को लेकर कई सालों से दुश्मनी है। इधर, कैलाश मांजू की दिनेश बंबानी से भी दुश्मनी हो गई थी। ऐसे में दिनेश बंबानी ने कैलाश मांजू के दुश्मन विक्रम सिंह नांदिया से दोस्ती कर ली।जोधपुर में 2 फरवरी 2023 को कैलाश मांजू के चचेरे भाई राकेश मांजू पर विक्रम सिंह नांदिया गैंग ने हमला किया था।
बदला लेने के लिए किए थे 17 राउंड फायर
कैलाश मांजू के गिरोह ने साल 2018 में दिनेश बंबानी के घर पर फायरिंग की, लेकिन बंबानी इसमें बच गया था। इसके बाद कैलाश मांजू ने दिनेश बंबानी और विक्रम सिंह नांदिया से बदला लेने के लिए दोनों को एक साथ निपटाने का प्लान बनाया था।मार्च 2018 में जोधपुर के पॉश एरिया शास्त्रीनगर में एक मॉल के पास खड़े दिनेश बंबानी पर 17 राउंड फायर किए थे। बंबानी के पैर में एक गोली लगी थी। पास खड़े विक्रम सिंह नांदिया ने घायल बंबानी को अस्पताल ले जाकर उसकी जान बचाई थी।
विदेश से गैंग ऑपरेट कर रहा मांजू
मांजू 20 साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। 5 साल से पुलिस उसकी तलाश में प्रदेश का चप्पा-चप्पा छान रही है, लेकिन वो विदेश में बैठा जुर्म की सल्तनत चला रहा है।मर्डर, फिरौती और अवैध वसूली के 42 मुकदमों के बाद मांजू पर एक और गंभीर आरोप है- पाकिस्तान से फंडिंग और ऑटोमैटिक हथियारों की सप्लाई। देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी NIA उसे ढूंढ रही है।
सिर्फ गैंग के छोटे बदमाशों तक पुलिस की पकड़
जोधपुर शहर में गैंगस्टर कैलाश मांजू और विक्रम सिंह नांदिया-दिनेश बंबानी के बीच कई बार मुठभेड़ हुई है। इनकी गैंग के बीच आधा दर्जन से ज्यादा बार फायरिंग हो चुकी है।हर फायरिंग की घटना के बाद पुलिस सिर्फ गैंग के छोटे-मोटे बदमाशों को ही पकड़ पाती है। गैंग चलाने वाले कैलाश मांजू, विक्रमसिंह नांदिया, दिनेश बंबानी अब भी फरार है।
विदेश में बैठे गैंगस्टर कैलाश मांजू पर पुलिस ने पिछले हफ्ते 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। अब मांजू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर किया है, जिसमें जोधपुर पुलिस की एक महिला थानाधिकारी पर उसने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।