पेड़ के नीचे और ऊपर लोगो ने जमाया डेरा
आगरा: पीपल के पेड़ को लोगो ने बनाया डेरा, ऑक्सीजन की कमी के लिये लोगो ने पेड़ पर डाली खाट
कोरोना संकट काल मे बीमारी और परेशानी से जूझ रहे लोग प्रकृति की गोद मे आकर बैठ रहे है। जीवन बचाने और ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए लोग पीपल के पेड़ का सहारा ले रहे है। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में इन दिनों पीपल के पेड़ के नीचे लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही है। तस्वीरें ब्लॉक बरौली अहीर के गांव नोबरी की है। गांव का ये सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का पेड़ लोगों के लिए जीवन रक्षक बन गया है।
यही वजह है कि सुबह शाम पीपल के पेड़ के नीचे और पीपल के पेड़ पर लोगों की भीड़ नजर आती है। काफी संख्या में लोग पेड़ के नीचे बैठकर अपने ऑक्सीजन लेवल को बढ़ा रहे हैं। तो वहीं गांव के रहने वाले विनोद शर्मा ने तो पीपल के पेड़ पर ही खाट डाली है। विनोद शर्मा का ऑक्सीजन लेवल कुछ समय पहले तक कम था।
लोगों ने उन्हें सलाह दी तो उन्होंने पीपल के पेड़ पर ही खाट डाल ली। पिछले 15 दिन से विनोद शर्मा पीपल के पेड़ पर ही अपना डेरा जमाए बैठे हैं। विनोद शर्मा पीपल के पेड़ पर खाट डालकर सोते हैं। और करीब 5 घंटे तक पीपल के पेड़ पर ही बने रहते हैं। विनोद शर्मा का कहना है कि उनका ऑक्सीजन लेवल अब पहले से काफी बेहतर है।
विनोद शर्मा ही नहीं गांव के अन्य ग्रामीण भी पीपल के पेड़ के नीचे डेरा जमाए बैठे नजर आते हैं। सुबह के वक्त यह लोग पेड़ के नीचे कसरत और योग करते हैं। और दोपहर का समय भी यह लोग पीपल के नीचे बैठकर काट देते हैं। पेड़ के नीचे बैठकर ऑक्सीजन ले रहे कई लोगों का ऑक्सीजन लेवल बीमारी के चलते कम हो गया था। लेकिन जब से लोगों ने पेड़ के नीचे बैठना शुरु किया है। उनकी सेहत में तो सुधार हुआ ही है।
ग्रामीणों का कहना है कि पीपल के पेड़ के नीचे बैठने से उन्हें काफी राहत मिली है। ऑक्सीजन लेवल भी काफी बढ़ गया है। उनकी हालत और तबीयत सुधर गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पेड़ से मिल रही मदद को देखते हुए उन्होंने गांव में पीपल के पौधों का रोपण भी किया जा रहा है । यह कोई पहली बार नही हुआ है कि ऑक्सीजन के लिये लोगो ने पेड़ के नीचे अपना आसरा बना लिया हो इससे पहले भी कई जिलों से इस प्रकार की खबरे निकल कर सामने आती रही है।
