
रिपोर्ट – इशिका सिंह
आजकल माँ बाप के प्रेशर के साथ-साथ बच्चों पर पढ़ाई को लेकर काफी सोइटल प्रेशर भी है। आये दिन स्टूडेंट्स के सुसाइड केसेस सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है आईआईटी मद्रास से जहाँ एक ३२ वर्षीया छात्र ने खुद को फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली।
(फाइल फोटो)
जानकारी के अनुसार सचिन कुमार जैन आईआईटी मद्रास में पीएचडी कर रहा था। सचिन पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। सचिन शुक्रवार को आईआईटी कैंपस से लौटा था। वह वेलाचेरी में अपने घर पर मृत पाया गया। मरने से पहले सचिन कुमार जैन ने वॉट्सएप पर एक स्टेटस अपलोड किया था। उसने इसमें ‘आई एम सॉरी, नॉट गुड एनफ’ मैसेज लिखा। जैसे ही यह मैसेज सचिन के दोस्तों ने देखा तो उन्हें संदेह हुआ।उसको कॉल लगाया, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद वह उसके घर पहुंच गए। जहां वह डाइनिंग हॉल में फंदे से लटका मिला, पुलिस ने बताया कि उनके आवास पर एंबुलेंस बुलाई गई, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया।
(फाइल फोटो)
ऐसे में सवाल यह है की इस ख़ुदकुशी की वजह आखिर थी तो क्या थी? और क्या हमारे एजुकेशन सिस्टम को बेहतर बनने की और आवश्यकता है ?