
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस आयोजन को देखते हुए सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेगी। साथ ही नई तकनीक का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। एआई बेस्ड सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। अयोध्या में बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर बैन रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। इस आयोजन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे।
- इस आयोजन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
- सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेगी।
- अयोध्या में 2500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- इनमें से 500 कैमरे एआई बेस्ड हैं।
- अयोध्या में हवाई सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
- अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए 100 से अधिक पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
विस्तृत जानकारी:
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक आयोजन है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत अयोध्या में निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं:
- सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेगी।
- अयोध्या में 2500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से 500 कैमरे एआई बेस्ड हैं। ये कैमरे संदिग्ध गतिविधि की पहचान करने में सक्षम हैं।
- अयोध्या में हवाई सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या शहर के आसपास के इलाकों में हवाई गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन और एयर टैक्टिकल एयरोस्टेट सिस्टम तैनात किए गए हैं।
- अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए 100 से अधिक पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
इन इंतजामों से उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सकेगी।