ब्यूरो रिपोर्ट
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में धांधली के आरोप लग रहे हैं, रोज नई-नई बातें मीडिया में उछाली जा रही हैं लेकिन राम मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त हो रहे चंदे से यह मालूम चलता है कि राम भक्तों का विश्वास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में कायम है.
कोरोना कर्फ्यू के बाद जैसे-जैसे स्थितियां सामान्य हो रहीं हैं वैसे-वैसे अयोध्या आने वाले राम भक्तों की संख्या में इजाफा हो रहा है. श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर उनके भव्य मंदिर के निर्माण के लिए नकद धनराशि चढ़ा रहे हैं. ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्त के मुताबिक करीब 10 दिनों में राम मंदिर निर्माण के लिए भक्तों की ओर से रोजाना मिलने वाली नकद समर्पण राशि का आंकड़ा औसतन 40,000 रुपये बढ़ा है.
बीते शुक्रवार को 75000 तो कल भारी बारिश के बीच करीब 70000 रुपए की नकद धनराशि राम मंदिर निर्माण के सहयोग में प्राप्त हुई. राम भक्तों की ओर से चंदे में प्राप्त इस नकद धनराशि को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में जमा करा दिया गया है. लाखों रुपये चेक से भी प्राप्त हुए हैं. बीते शुक्रवार को ही एक राम भक्त ने 5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया.
नकद धनराशि के रूप में मिल रहा राम भक्तों का यह समर्पण ट्रस्ट के प्रति उनके विश्वास को दर्शाता है. हनुमानगढ़ी के संत राजू दास कहते हैं कि आरोप लगाने वाले कभी नहीं चाहते कि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बने. उन्होंने तो राम जी के अस्तित्व को खारिज किया, कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं. राम मंदिर विश्व के करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है, जो बन कर रहेगा.
