
(ब्यूरो रिपोर्ट, समाचार भारती)
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के मेडिकल संस्थानों में रोगियों के इलाज में डॉक्टर और कर्मचारियों की कमी आड़े न आए। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग और दूसरे संवर्ग के कर्मचारियों की भर्ती की जाए ताकि मरीजों को बिना इंतजार उच्चकोटि का इलाज मिल सके।
बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय:-
- पीजीआई में 1803 पदों पर भर्ती: पीजीआई में 1803 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तीन से चार माह में पूरी की जाएगी।
- कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान: कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान में 93 पदों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसे भी जल्द पूरा किया जाएगा।
- डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में चिकित्सा शिक्षकों के लगभग 300 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जा चुका है। 800 से अधिक डॉक्टरों ने आवेदन किया है। जल्द से जल्द चिकित्सा शिक्षक भर्ती किए जाएंगे।
- अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेज: प्रदेश के दूसरे सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भी चिकित्सा शिक्षक, नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ के खाली पद भरे जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री श्री पाठक ने कहायह अभियान युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा और रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने में मदद करेगा। उन्होंने बताया की भर्ती प्रक्रिया पूरी ईमानदारी और शुचिता से पूरी की जाएगी। बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री आलोक कुमार, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. विजय कुमार, पीजीआई निदेशक डॉ. आर.के. धीमन, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. श्रीकेश सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के मेडिकल संस्थानों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए अभियान चलाकर भर्ती करने का निर्णय स्वागत योग्य है। यह रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगा।