भारत की ऐतिहासिक छलांग: डॉलर की निर्भरता से मुक्ति की ओर पहला कदम।

By | December 26, 2023

भारत ने एक ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए पहली बार तेल खरीद के बदले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को रुपए में भुगतान किया है। यह एक बड़ा कदम है, क्योंकि इससे भारत को अपने तेल आयात में विविधता लाने में मदद मिलेगी और उसे डॉलर की भारी निर्भरता से बाहर निकलने में मदद मिलेगी। भारत और UAE के बीच यह समझौता 2022 में हुए एक द्विपक्षीय समझौते का हिस्सा है। इस समझौते के तहत, भारत ने UAE से 25 अरब डॉलर के तेल खरीदने का समझौता किया था। इस समझौते के तहत, भारत अब UAE से खरीदे जाने वाले तेल का भुगतान रुपए में कर सकेगा।

भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे उसे अपने तेल आयात में विविधता लाने में मदद मिलेगी। भारत अभी भी अपने तेल आयात के लिए लगभग 80% डॉलर पर निर्भर है। इस निर्भरता से भारत को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव। भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे इन समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी। इससे भारत को डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव से बचाव मिलेगा और उसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव का कम असर पड़ेगा।

इसके अलावा, भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे अपने व्यापार घाटे को कम करने में भी मदद मिलेगी। भारत का व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है और इसका एक बड़ा कारण है कि भारत को अपने आयात के लिए डॉलर का भुगतान करना पड़ता है। रुपए में भुगतान करने से भारत को अपने आयात पर खर्च होने वाले डॉलर की मात्रा कम होगी, जिससे उसके व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर, भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे कई तरह के लाभ मिलेंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को अपने तेल आयात में विविधता लाने और अपने व्यापार घाटे को कम करने में मदद करेगा। आइए आपको संक्षिप्त रूप में पूरी खबर बताते हैं पूरी खबर –

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसके तहत भारत अब UAE से खरीदे जाने वाले तेल का भुगतान रुपए में कर सकेगा। यह समझौता भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे उसे अपने तेल आयात में विविधता लाने और अपने व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। इस समझौते के तहत, भारत UAE से 25 अरब डॉलर के तेल खरीदने का समझौता किया है। इस समझौते के तहत, भारत अब UAE से खरीदे जाने वाले तेल का भुगतान रुपए में कर सकेगा।

भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे उसे अपने तेल आयात में विविधता लाने में मदद मिलेगी। भारत अभी भी अपने तेल आयात के लिए लगभग 80% डॉलर पर निर्भर है। इस निर्भरता से भारत को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव। भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे इन समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी। इससे भारत को डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव से बचाव मिलेगा और उसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव का कम असर पड़ेगा।

इसके अलावा, भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे अपने व्यापार घाटे को कम करने में भी मदद मिलेगी। भारत का व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है और इसका एक बड़ा कारण है कि भारत को अपने आयात के लिए डॉलर का भुगतान करना पड़ता है। रुपए में भुगतान करने से भारत को अपने आयात पर खर्च होने वाले डॉलर की मात्रा कम होगी, जिससे उसके व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर, भारत के रुपए में भुगतान करने से उसे कई तरह के लाभ मिलेंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को अपने तेल आयात में विविधता लाने और अपने व्यापार घाटे को कम करने में मदद करेगा।