ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर देहात
*बीडीओ की मिली भगत से पार्क निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित*
*निरीक्षण के बाद भी बेख़ौफ़ होकर हो रहा घटिया सामग्री से निर्माण*
कानपुर देहात, रसूलाबाद विकासखंड के भैंसाया ग्राम पंचायत में बसाए गए विस्थापित हिंदू परिवारों के लिए 17 लाख रुपए की लागत से बन रहे पार्क में धड़ल्ले से मानकों की अनदेखी की जा रही है। घटिया किस्म की ईंट के प्रयोग के साथ मानक विहीन सामग्री के प्रयोग से पार्क निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। लेकिन कार्य निर्माण में लगे जिम्मेदार अधिकारी कमीशन के खेल में पूरी तरह से आंख बंद किए हैं। इससे सरकारी धनराशि से बन रहे पार्क में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार की “बू” आ रहीं है।
जिले में मनरेगा योजना में अधिकारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है संदलपुर में बिना काम के ही धनराशि निकालने एवं राजपुर में बिना काम की मनरेगा श्रमिकों के खातों में धनराशि भेजकर रोजगार सेवक द्वारा वापसी लेने का खुलासा होने के बाद भी मनरेगा योजना में भी अब खेल करने में लगे हैं। इससे मनरेगा योजना से हो रहे रसूलाबाद के पार्क में भी पूरी तरह से अनियमितताएं बरती जा रही है। भैसाया ग्राम पंचायत में विस्थापित हिंदू परिवारों के लिए एक पार्क का निर्माण कराया जा रहा है मनरेगा योजना से 17 लाख रुपए की लागत से बन रहे पार्क में घटिया सामग्री का प्रयोग हो रहा है। इससे पार्क निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। कई बार अफसरों के निरीक्षण के बाद भी घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग पर रोक नहीं लग पा रही है। इससे मानक बिहीन सामग्री के प्रयोग में अफसरों की संलिप्तता उजागर हो रही है। इस बाबत प्रभारी उप श्रम आयुक्त मनरेगा दिनेश यादव ने बताया कि प्रकरण की जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी मानक विहीन सामग्री का प्रयोग होने पर धनराशि की रिकवरी भी की जाएगी।
