*कई पंचायतों की कार्यवाही लटकी*
*एडीओ पंचायत रसूलाबाद की रिपोर्ट का हो रहा इंतजार*
ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर
कानपुर देहात की ग्राम पंचायतों में अनियमितताओ के चलते हुए झूला आपूर्ति एवं भुगतान की ख़बर के बाद जिलाप्रशासन ने लिया संज्ञान और अपनी जिम्मेदारियों का ग़लत तरीक़े से निर्वहन करने के आरोप में तीन ग्राम सचिवों को निलंबित कर दिया गया है।
जबकि आधा दर्जन अन्य ग्राम पंचायतों के ग्राम सचिवो पर अभी कार्यवाही नहीं हो सकी है। अधिकारी एडीओ पंचायत की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
कानपुर देहात की ग्राम पंचायतों में लखनऊ की एक फर्म ने अनियमित तरीके से झूला की आपूर्ति की थी। विकास विभाग के बड़े अधिकारी के इशारे पर विद्युत आपूर्ति को लेकर सचिवों पर धनराशि भुगतान का दबाव बनाया जा रहा है।
जिसकी खबरें प्रकाशित होने के बाद धनराशि भुगतान पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के माध्यम से अंदर खाने से सचिवों पर दबाव बनाया गया। इससे मैथा एवं रसूलाबाद ब्लाक की 9 ग्राम पंचायतों से झूला खरीद की धनराशि का भुगतान कर दिया गया।
इसकी खबर मीडिया में आने के बाद अफसरों ने संज्ञान लिया। और अधिकारियों की फटकार के बाद कार्यवाही शुरू हो गई। मैथा ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी विपिन त्रिपाठी एवं संतोष पाल को जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट ने अनियमित तरीके से झूला आपूर्ति भुगतान करने एवं पंचायत सचिवालय संचालन न कराने को लेकर दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया।
जबकि ग्राम पंचायत अधिकारी शशी बाजपेई को डीपीआरओ नमिता शरण ने निलंबित कर दिया। इससे 9 ग्राम पंचायतों में अनियमित भुगतान को लेकर मैथा ब्लॉक के तीन सचिवों को निलंबित किया गया है। जबकि रसूलाबाद ब्लाक क्षेत्र की आधा दर्जन पंचायतों में हुए भुगतान पर अब तक कार्रवाई लंबित है।
इससे रसूलाबाद क्षेत्र के सचिवों पर कार्यवाही नहीं हो सकी है यद्यपि डीपीआरओ नमिता शरण ने बताया कि रसूलाबाद के एडीओ पंचायत से झूला आपूर्ति के भुगतान रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट आने के बाद उनके निलंबन की भी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दशा में अनियमित भुगतान करने वाले कर्मचारियों को बक्सा नहीं जाएगा।
