जनपद की वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी के उत्कृष्ट कार्य की सराहना

By | May 7, 2023

 

ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर देहात

*समय पर अध्यापकों को मिला रहा वेतन*

*18 करोड़ की हुई टैक्स कटौती बढ़ाया सरकारी खजाना*

कानपुर देहात, जनपद में हो रही शिक्षक समस्याओं के निस्तारण हेतु समय से वेतन भुगतान एवं एरियर के निराकरण को लेकर 18 करोड़ टैक्स कटौती कर जिले के वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी ने प्रदेश में सबसे बेहतर काम किया है। समय से शिक्षकों का वेतन मिलने से शिक्षक कार्यालय पहुंचकर बधाई दे रहे हैं वही बेसिक शिक्षा अधिकारी जिले के वेतन विसंगति के प्रकरणों पर भी समस्या का हल निकाला जा रहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार के कारण यहां की व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई थी। रुके वेतन निकासी एवं एरियर भुगतान के लिए शिक्षकों को कई बार कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे सुबिधा शुल्क देने के बाद ही धन राशि का भुगतान हो पाता था। लेकिन जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त एवं लेखाधिकारी पद पर शिवा त्रिपाठी की तैनाती के बाद जिले में नए आयाम स्थापित हो गए। वित्त एवं लेखा अधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग शिवा त्रिपाठी ने सबसे पहले शिक्षकों को समय से वेतन उपलब्ध कराया। बेतन इस बार 1 मई को शिक्षकों के खाते में पहुंच गया। इसके बाद वित्त एवं लेखा अधिकारी ने खास बातचीत में बताया कि उन्होंने बिना किसी भेदभाव के जनपद में शासन की जीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर शिक्षक संभावनाओं को निस्तारित करने के लिए प्रयास किए। कर्मचारियों को भ्रष्टाचार मुक्त कार्यालय बनाने की हिदायत के साथ ईमानदारी के साथ काम करने का पाठ पढ़ाया जिसके सार्थक परिणाम निकले वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी के प्रयास से जनपद में सबसे बड़ी समस्या बने 2015 से 9 करोड रुपए के टैक्स भुगतान की पेंडेंसी को हल कराया। इतना ही नहीं वर्तमान सत्र में 18 करोड़ रुपए की अग्रिम टैक्स कटौती कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया। हालांकि वित्त एवं लेखाधिकारी ने इस बात का भी जिक्र किया अब तक जो टैक्स की कटौती हो रही थी वह कम थी शासनादेश के आधार पर टैक्स की कटौती की गई है। यदि जिले के किसी भी शिक्षक को टैक्स की अधिक कटौती प्रतीत होती है तो वह अपने अभिलेखों के साथ कार्यालय में आकर दावा प्रस्तुत करें उसकी जांच करने के बाद अधिक टैक्स कटौती होने पर ब्याज सहित उसकी धनराज को वापस किया जाएगा। वहीं वित्त एवं लेखा अधिकारी ने कठिन परिश्रम करके वर्ष 2021-22 एवं 22– 23 की कंपोजिट ग्रांट का शत-प्रतिशत उपयोग करा कर विद्यालयों की दशा सुधारने में भी सहयोग दिया। इसी के साथ अपने 7 माह के कार्यकाल में 1009 शिक्षकों के लंबित एरियर भुगतान बिल पास करके 25 करोड़ से अधिक रुपए एरियर भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में अब तक पूर्ण अभिलेखीकरण नहीं हुआ था अभिलेखों के रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं थी जिसके लिए कार्यालय के सुंदरीकरण कराने के साथ अलमारी एवं अभिलेखीकरण का कार्य जारी है अब तक 60% से अधिक अभिलेखीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। जल्द ही शत-प्रतिशत अभिलेखीकरण हो जाएगा। अब शिक्षकों की सबसे बड़ी समस्या के रूप में जनपद में केवल वेतन विसंगति बनी हुई है जिस पर भी वित्त एवं लेखा अधिकारी ने बताया कि कार्यालय स्तर पर तेजी से काम चल रहा है अब तक 60% शिक्षकों की वेतन विसंगति की समस्या को दूर कर लिया गया है। इस 40 फ़ीसदी शिक्षकों की वेतन विसंगति की समस्याओं पर काम जारी है दो माह के अंदर जनपद के शिक्षकों की वेतन विसंगति संबंधित समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा। इससे कानपुर देहात की वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी ने बेहतर प्रदर्शन कर प्रदेश में नाम रोशन किया है और कानपुर देहात के शिक्षकों की मसीहा बन गई है। वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी ने बताया टैक्स कटौती से पूर्व उन्होंने ब्लॉक स्तर पर आयकर समाधान शिविर लगाकर शिक्षकों की समस्याओं को सुना और उसके आधार पर ही टैक्स कटौती की गई। इसके बाद भी यदि जिले के शिक्षकों को अधिक टैक्स कटौती प्रतीत होती है तो वह अपने अभिलेख प्रस्तुत कर सकते हैं अधिक टैक्स कटौती होने पर ब्याज के साथ उनकी धनराशि वापस की जाएगी।