लखनऊ- आज स्थानीय पन्डित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय महिला पी जी कालेज में हुए चुनाव सुधार – युवा सवांद कार्यक्रम में छात्रओ ने चुनाव सुधार के लिए सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किए। जिसमंे मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में क्षेत्र की समस्याओ से सम्बन्धित मांग पत्र बना कर प्रत्याशियो को देगे। सांसद और विधायक निधि कैसे खर्च हुई इसकी एक निगरानी समिति बनायेगे तथा जब सराकर ने वर्ष 2005 के बाद सरकारी नौकरियो में आने वाले लोगो को बजट के अभाव में पेंशन न देने का कानून बनाया है तो फिर सांसद और विधायको को भी नैतिकता के आधार पर पेंशन नहीं लेनी चाहिए। एडीआर के प्रदेश समन्वयक अनिल शर्मा ने कहा की आजादी के 71 साल बाद भी मतदाताओ। की स्थिति बहुत दैनिये है उन्हें अपने सेवको, सांसद, विधायक के वेतन भत्तो तथा सुविधाओ की कोई जानकारी नहीं है। हैरतअंगेज बात यह है कि प्रदेश के विधायको ने सांसदो से ज्यादा अपने वेतन भत्ते और पेंशन कर ली है। एक जन प्रतिनिधि आज चुनाव जीता कल उसने संासद या विधानसभा में शपथ ले ली और यदि अगले दिन ही सासंद औ विधानसभा भंग हो जाये तो भी इन जन प्रतिनिधियों को आजीवन पेंशन मिलती रहेगी। जब कि दूसरी तरफ वर्ष 2005 से नौकरियो में आये लाखो लोगो को 30 से 35 साल तक नौकरी करने के बाद भी पेंशन नहीं मिलेगी। इस पर छात्रओ ने जोरदार आवाज लगाते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियो की पेंशन बन्द होनी चाहिए।

एडीआर के प्रदेश समन्वयक सन्तोष श्रीवास्तव ने कहा कि छात्र- छात्रओं एनसीसी के कैडिट एनएसएस के वालिन्टियरस को यह जिम्मेदारी लेनी पडे़गी कि वे मतदाताओ को जागरूक करके नैतिकता और जागरूकता से लैस मतदाताओ को ज्यादा से ज्यादा मतदान करने को प्रेरित करे। इससे ही अच्छे और सच्चे जन प्रतिनिधि मिलेगे। इस अवसर पर सवाज सेवी सन्तोष श्रीवास्तव, मनीष गुप्ता, दीपक, अनिल पाठक, अभिषेक, डा0 पी के मौर्या, डा0 आर सी वर्मा, डा0 नेहा जैन ने कहा की मतदाताओ को लोभ लालच से बचना होगा तभी उन्हे अपने सपनो की सरकार मिलेगी।
इस कार्यक्रम का सचालन मनीष गुप्ता ने तथा अभार सन्तोष श्रीवास्तव ने किया।
