
ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर
*तीन जिलों की सीमा से जोड़कर बनेगा रिंग रोड*
*सचेंडी से मंधना और उन्नाव तक 93 किलोमीटर लंबा बनेगा राजमार्ग*
कानपुर महानगर के भीतर यातायात को दुरुस्त करने और जाम की स्थिति से निपटने के लिए कानपुर बाहरी रिंग रोड के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। उन्नाव कानपुर नगर, कानपुर देहात के स्टेट हाईवे और 2 नेशनल हाईवे को जोड़ने वाले रिंग रोड को लेकर काम तेजी से शुरू हो गया है इसके निर्माण से शहर के अंदर का यातायात सुगम होगा। तथा लोगों को जाम की मुसीबत से मुक्ति मिलेगी। इसी के साथ 93.209 किलोमीटर लंबे रिंग रोड के निर्माण में कुल लागत 7701 करोड रुपए लागत आयेगी। जबकि पर्यावरण शमन एवं निगरानी पर 9.180 करोड़ रुपए खर्च होगा। सचेंडी से होकर कानपुर देहात के 6 गांव से निकलकर कानपुर शहर की सीमा में मंधना होते हुए उन्नाव तक बनने वाली इस रिंग रोड से लोगों को जहां कानपुर शहर के जाम से मुक्ति मिलेगी वहीं क्षेत्रीय लोगों के जीवन में आर्थिक व सामाजिक सुधार भी होगा।
कानपुर शहर के भारी यातायात को सुगम बनाने की दृष्टि से बनवाए जा रहे सिक्स लेन कानपुर आउटर रिंग रोड के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई कानपुर शहर के नेशनल हाईवे 19 से सचेंडी के पास से किलोमीटर संख्या 506 के पास से शुरू होकर कानपुर देहात के 6 गांव बाराखेड़ा, अन्ने, निहूटा, फत्तेपुर, बसौसी, से होकर बघवट गांव से गुजरेगी। इसके बाद के कानपुर शहर की सीमा में प्रवेश करते हुए मंधना से होकर उन्नाव तक जोड़ी जाएगी जिससे लखनऊ एक्सप्रेसवे से आने वाले लोग कानपुर रिंग रोड का सफर तय कर सकेंगे। उन्नाव, कानपुर देहात व कानपुर नगर के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।
*नेशनल हाईवे से जुड़ेगा कानपुर रिंग रोड*
कानपुर रिंग रोड के निर्माण की कार्य योजना के आधार पर इसे नेशनल हाईवे स्टेट हाईवे से जोड़कर बनाया जाएगा जिससे कानपुर शहर के अंदर के यातायात में को सुगम बनाया जा सके कानपुर रिंग रोड की प्रस्तावित योजना के मुताबिक कानपुर रिंग रोड को नेशनल हाईवे 91 दिल्ली से कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग, नेशनल हाईवे 34 गंगोत्री हरिद्वार से लखनादौन मध्य प्रदेश राष्ट्रीय राजमार्ग एवं नेशनल हाईवे 27 पोरबंदर गुजरात से आसाम तक जाने वाले नेशनल हाईवे समेत एसएच 58 कानपुर उन्नाव राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात में सुधार होगा। कानपुर शहर के अंदर से निकलने वाले यातायात और जाम की समस्याओं से लोगों को मुक्ति मिल सकेगी।
*कानपुर रिंग रोड में कई जगह फ्लाई ओवर जंक्शन व पुल बनाए जाएंगे*
करीब 7701 करोड रुपए की लागत से बनने वाली 6 लेन कानपुर रिंग रोड 93.209 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर उन्नाव के आटा में जंक्शन बनेगा। जिसके माध्यम से एक ही टोल टैक्स सेल लखनऊ एक्सप्रेसवे के वाहन भी कानपुर रिंग रोड पर सफर तय कर सकेंगे। भौंती सचेंडी व मांधना जाने वाले वाहन इस रिंग रोड का उपयोग कर सकेंगे। कानपुर रिंग रोड के निर्माण में 13 फ्लाई ओवर बनेंगे। इसके अतिरिक्त 21 छोटे पुल, किस जगह पर वाहनों के लिए लाइट अंडरपास, 87 जगह पुलिया एवं 30.17 किलोमीटर लंबा सर्विस स्लिप रोड का निर्माण होगा। जबकि कानपुर देहात में एक फ्लाईओवर चार छोटे पुल दो अंडरपास 9 छोटी पुलिया के साथ सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा।
*सचेंडी से मंधना होकर निकलेगा रिंग रोड*
कानपुर शहर के नेशनल हाईवे पर स्थित सचेंडी के किलोमीटर संख्या 520 और 880 के बीच से रिंग रोड का निर्माण शुरू होगा जो कानपुर देहात के बाराखेड़ा से गुजर कर अन्ने, निहूटा, बसौसी, फत्तेपूर, एवं बघवट से गुजर कर मंधना तक जाएगा। जहा राष्ट्रीय राजमार्ग में जुड़ेगा।
*124 गांव से होकर गुजरेगा रिंग रोड*
कानपुर आउटर 6 लेन रिंग रोड कानपुर नगर कानपुर देहात उन्नाव के 124 गांव से होकर गुजरेगा। इसमें कानपुर देहात के 6 गांव कानपुर नगर के 66 गांव उन्नाव के 52 गांव प्रभावित होंगे। इसके लिए कानपुर नगर में 6 लेन रिंग रोड लंबाई 61.059 किलोमीटर होगी जो सचेंडी से बिनौर गांव तक प्रस्तावित है। उन्नाव जनपद में इसकी लंबाई 27.900 किलो मीटर है और कानपुर देहात में इसकी लंबाई का हिस्सा केवल 4.250 किलोमीटर है। इस प्रकार 3 जनपदों की सीमाओं को जोड़ते हुए कुल 93.209 किलोमीटर रिंग रोड का निर्माण किया जाना है। रिंग रोड के निर्माण में कुल 721 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है इसके निर्माण के लिए 4.200 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित होगा। जबकि कानपुर देहात रिंग रोड निर्माण के लिए 6 गांवों से 30.91 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। कानपुर देहात से वन क्षेत्र प्रभावित नहीं है।
*रिंग रोड के निर्माण में 192 पेड़ों के काटे जाने की संभावना*
93 किलोमीटर लंबी कानपुर आउटर रिंग रोड के निर्माण में प्रस्तावित भूमि पर करीब 192 पेड़ खड़े है। परियोजना के निर्माण के समय काटे जाने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में फलदार व छायादार वृक्ष भी शामिल है। जिन पेड़ों को चिन्हित किया गया है वह उधान विभाग को उनकी क्षतिपूर्ति का आकलन के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।
*सर्किल रेट का 4 गुना मिलेगा मुआवजा*
कानपुर रिंग रोड के निर्माण में प्रभावित किसानों को उनके गांव की भूमि के सर्किल रेट के चार गुना मुआवजा दिया जाएगा एडीएम प्रशासन केशव नाथ गुप्ता ने बताया जिला अधिकारी के द्वारा प्रत्येक 2 वर्ष में भूमि का सर्किल रेट नियत किया जाता है डीएम के द्वारा निर्धारित सर्किल रेट सभी तहसील कार्यालयों पर उपलब्ध है किसान अपने सर्किल रेट को देखकर अधिग्रहित की गई भूमि के सापेक्ष मिलने वाले मुआवजे का मिलान करने असंतुष्ट होने पर शिकायत करें। जबकि फलदार वृक्षों के लिए उद्यान विभाग की ओर से आकलन रिपोर्ट तैयार की जाएगी।