
औरैया, उत्तर प्रदेश।
औरैया जिले में जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित परिसर में स्थापित आटोमेटिक वेदर स्टेशन का उद्घाटन किया। यह स्टेशन आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित किया गया है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह स्टेशन किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बहुत उपयोगी होगा। इससे उन्हें मौसम का सटीक अनुमान पता चल जाएगा और वे अपनी फसलों और अन्य गतिविधियों की योजना बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह स्टेशन बारिश की मात्रा को भी मापेगा, जिससे बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं का पूर्वानुमान लगाने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक पांडेय, अपर जिलाधिकारी वंदना सिंह, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी राजेश कुमार और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आटोमेटिक वेदर स्टेशन एक ऐसा उपकरण है जो स्वचालित रूप से मौसम संबंधी डेटा एकत्र करता है। इस डेटा में तापमान, आर्द्रता, हवा की गति, हवा की दिशा, वर्षा, और वायुमंडलीय दबाव शामिल होते हैं। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एक सरकारी संस्था है जो प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जिम्मेदार होती है। यह प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान लगाने, उनसे बचाव करने और उनसे प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए काम करता है।
किसानों और ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए लाभ
आटोमेटिक वेदर स्टेशन से किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को कई लाभ होंगे।
- मौसम का सटीक अनुमान: किसानों को अपनी फसलों की बुवाई, सिंचाई, और कटाई के लिए मौसम का सटीक अनुमान पता चल जाएगा।
- आपदाओं का पूर्वानुमान: बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं का पूर्वानुमान लगाने में मदद मिलेगी।
- जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन: वर्षा की मात्रा का डेटा जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करने में मदद करेगा।
- कृषि उत्पादन में वृद्धि: मौसम का सटीक अनुमान और आपदाओं से बचाव कृषि उत्पादन में वृद्धि में मदद करेगा।
आटोमेटिक वेदर स्टेशन किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह उन्हें मौसम का सटीक अनुमान और आपदाओं से बचाव प्रदान करेगा, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि और जीवन स्तर में सुधार होगा।