(मनीष गुप्ता editor-in-chief समाचार भारती)
दी हुई तस्वीरों में चेहरे पर खुशी देख रहे हैं आप ?
अनमोल खुशी है , जब आप निस्वार्थ भाव से किसी अनजान व्यक्ति को किसी रूप में मदद पहुंचाते हैं।
आपके शरीर में दौड़ रहा रक्त रक्तदान के रूप में देते है । तब आती है चेहरे पर ऐसी अनमोल खुशी
जन्मदिन के नाम पर रक्तदान शिविर लगाकर सैकड़ों जिंदगियो को बचाने की एक छोटी सी कोशिश
शुभ , क्षण के साक्षी प्रभु रहे
रक्तदाता आप सब थे
खुशियां सबके चेहरे पर दिखी
उत्साह सब में दिखा
तसल्ली हमें हुई
रक्तदाता , रक्तदान करके खुश थे।
जन्मदिन के उपलक्ष में रक्तदान शिविर के अलावा।
एक जरूरतमंद महिला , हाल ही में जिन्होंने अपने पति को खोया हैं जिनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं।
उन्हें रोजगार दिलाकर स्वावलंबी बनाने की एक छोटी सी कोशिश की गई।
रक्तदान शिविर और रोजगार दिलाने के अलावा भी बहुत कुछ था बाकी की जानकारी अगली पोस्ट में
सभी रक्त दाताओं को तह दिल से आभार प्रभु उनको स्वस्थ रखें ऐसी कामना है,
