आगजनी प्रकरण में गठित जांच टीम पहुंची बीआरसी मैथा

By | March 15, 2023

 

ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद

*जांच में जले व अधजले मिले स्कूली बैग*

कानपुर देहात, मैथा ब्लॉक संसाधन केंद्र संचालित प्राथमिक विद्यालय की जर्जर इमारत में बीती 6 मार्च को आग लगने के बाद उसमें स्कूल बैग व अन्य दस्तावेज जलने की खबर अखबारों में छपने के बाद सीडीओ द्वारा गठित की गई जांच कमेटी ने मंगलवार को बीआरसी पहुंचकर घटनास्थल की जांच की और विद्यालय सहित ब्लॉक संसाधन केंद्र के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। जांच के समय बड़े पैमाने पर बच्चों के स्कूल बैग जलने की पुष्टि हुई।

बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए वर्ष 2016-17 में निशुल्क स्कूल बैग वितरण किए जाने की योजना के तहत भारी संख्या में बैग क्रय किए गए थे। जिन पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव की फोटो होने के कारण विधानसभा चुनाव के निर्वाचन आचार संहिता लगने के कारण वितरण नहीं हो सका था। जिसके बाद प्रदेश में सत्ता बदलने के उपरांत बैग का वितरण नहीं किया गया और बीआरसी परिसर में संचालित प्राथमिक विद्यालय की जर्जर इमारत में उन्हें रखवा दिया गया इसी बीच बीती 6 मार्च को इमारत में संदिग्ध हालात में आग लग गई जिससे उसमें रखे बैग व अन्य कबाड़ का सामान जलकर राख हो गया था। मामले में कई समाचार पत्रों ने बैग के साथ स्कूली बच्चों की किताबें एवं सर्विस बुक आग जलने की खबर को प्रकाशित किया गया था। खबर को संज्ञान में लेकर सीडीओ सौम्या पांडे ने जिला कृषि अधिकारी, उमेश कुमार गुप्ता, भूमि संरक्षण अधिकारी देवेंद्र कुमार एवं सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग विश्वजीत त्रिवेदी के नेतृत्व में संयुक्त टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे। सीडीओ के निर्देश पर गठित त्रिस्तरीय कमेटी ने मंगलवार को बीआरसी मे पहुंचकर प्रकरण की गहनता से जांच की। जांच के दौरान पुरानी जर्जर बिल्डिंग में रखें स्कूल बैग जलने की पुष्टि हुई लेकिन किताबें अथवा सर्विस बुक आदि जलने की कोई अवशेष नहीं मिले। इसके बाद जांच टीम खंड शिक्षा अधिकारी समेत बीआरसी के स्थापना लिपिक रमेश चंद्र मिश्रा कार्यालय लेखाकार आशीष कुमार सहित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों के बयान दर्ज किए। शिक्षकों बीआरसी कर्मचारियों के बयानों में काफी अंतर आ गया । जिससे अनियमितताओं की पुष्टि हुई है।

*कार्यालय में स्टॉक रजिस्टर व अन्य अभिलेख भी नहीं उपलब्ध करा पाए कर्मचारी*

सीडीओ के निर्देश पर जांच करने पहुंची टीम कितने बैग जले और कितनी बैग का वितरण किया गया इस बात का प्रश्न करने पर ब्लॉक संसाधन केंद्र के कर्मचारी बगले झांकने लगे कोई भी सटीक जानकारी नहीं देता है खंड शिक्षा अधिकारी नसरीन फारुकी समेत स्थापना लिपिक रमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि पूर्व में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी पूनम वर्मा एवं स्थापना लिपिक धर्मेंद्र कुमार ने उन्हें कोई भी चार्ज स्थानांतरण नहीं किया है। जिससे कितनी बैग थी और क्या सामान रखा था उसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई। स्थापना लिपिक रमेश चंद्र ने बताया कि जब तक चार्ज हस्तांतरित नहीं होता तब तक उनकी कोई जवाबदेही नहीं है। खंड शिक्षा अधिकारी नसरीन फारूकी ने भी इसी तरह के बयान दिए उन्होंने कहा कि विद्यालय में क्या रखा था उनके पास कोई भी अभिलेख नहीं है।

*विद्यालय के अध्यापकों ने दिया गोलमोल जवाब*
बीआरसी परिसर में संचालित प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने भी गोलमोल जवाब दिए उन्होंने कहा कि यह संपत्ति भी बीआरसी की थी और तत्कालीन ब्लॉक संसाधन केंद्र के कर्मचारियों ने इसे स्कूल में बंद कर दिया था उसमें पूरा निष्प्रयोज्य सामग्री व कबाड़ भरा था। जिसमें आग लग गई। लेकिन निरीक्षण के दौरान नए बैग निकलने से शिक्षकों को पसीना छूट गया।

जांच टीम के अधिकारी जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार गुप्ता ने बताया की जांच में व्यापक पैमाने पर अनियमितताएं मिली स्कूल बैग का सही ढंग से रखरखाव न होने से आग लगी इससे मामले का सही तथ्य जानते हुए भी छुपाने का प्रयास किया है। और बीआरसी पर खंड शिक्षा अधिकारी अथवा किसी भी कर्मचारी के द्वारा स्टॉक रजिस्टर आदि उपलब्ध नहीं कराया गया जिसकी रिपोर्ट बना कर कार्यवाही के लिए सीडीओ को प्रेषित की जाएगी।